नवाबों की पुरानी राजधानी पर चढ़ा नववर्ष का खुमार
फैजाबाद : नवाबों की पुरानी राजधानी नए वर्ष के स्वागत के खुमार में डूबती नजर आ रही है। पाक
फैजाबाद : नवाबों की पुरानी राजधानी नए वर्ष के स्वागत के खुमार में डूबती नजर आ रही है। पार्क एवं रेस्त्रां नववर्ष के स्वागत में सजने लगे हैं। होटल प्रबंधन को उम्मीद है कि प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी पुराने साल को अलविदा करने और नववर्ष का स्वागत करने के लिए युवा उमड़ेंगे और इसी के मद्देनजर समुचित तैयारियां की जा रही हैं।
प्रतिवर्ष की तरह 2018 के भी स्वागत में कंपनी गार्डेन, शहीद उद्यान एवं गुलाबबाड़ी जैसे चु¨नदा पार्कों में तैयारी शुरू हो चुकी है। सर्वाधिक गहमा-गहमी सरयू के गुप्तारघाट तट के निकट स्थित कंपनी गार्डेन में होने की उम्मीद है। कंपनी गार्डेन में बच्चों एवं युवाओं के लिए भांति-भांति के स्वचालित झूले भी लगाए जा रहे हैं। यहां लोग उद्यान के साथ सरयू में बो¨टग का आनंद उठा सकेंगे। बीटेक के छात्र अंशुल रस्तोगी कानपुर से बड़े दिन की छुट्टियां मनाने घर आए हैं। इसी बीच नव वर्ष की आमद उन्हें आह्लादित कर रही है। साथियों के साथ वे नववर्ष के जश्न का रिहर्सल करने की मुद्रा में शनिवार को गुप्तारघाट स्थित सरयू तट पर नजर आए। अंशुल जैसे कई युवा मिलते हैं, जो कहते हैं कि कड़ाके की ठंड में सरयू में बो¨टग यादगार होगी। शहीद उद्यान यूं तो शौर्य और शहादत का परिचायक है पर नववर्ष के मौके पर यहां की फिजाओं में बधाई के आदान-प्रदान की छटा बिखरती है।
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नाका हनुमानगढ़ी में भी व्यापक तैयारी फैजाबाद: नाका हनुमानगढ़ी में नव वर्ष की शुरुआत महापौर ऋषिकेश उपाध्याय के नागरिक अभिनंदन से होगी। इस मौके पर मंदिर में सत्यनारायण व्रत कथा एवं भजन संध्या भी प्रस्तावित है। कार्यक्रम संयोजक महंत रामदास के अनुसार पहली तारीख को ही मध्याह्न 12 बजे से प्रतिवर्ष जरूरतमंदों को कंबल भी वितरित किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमारदास होंगे। महंत रामदास ने शनिवार को सहयोगियों के साथ बैठक कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया। बैठक में विनोद मिश्र, डॉ. वीपी वर्मा, प्रदीप यादव, डॉ. गिरिजेश त्रिपाठी, अखिलेश पाठक, पद्माकर पांडेय, आलोक शुक्ल, अवधेश मिश्र, अजय तिवारी, सुभाष पांडेय आदि मौजूद रहे। इस मौके पर आश्रम परिसर में धूनी घर का भी लोकार्पण किया जाएगा। यह धूनी महंत बल्देवदास, मोहनदास, भास्करदास जैसे दिग्गज संतों की साधना से रोशन रही है।