विहिप के खिलाफ तैयार हो रहा महागठबंधन
विहिप के विरुद्ध महागठबंधन तैयार हो रहा है। इस मुहिम के सूत्रधार शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद हैं। स्वरूपानंद 19 फरवरी को प्रयाग कुंभ मेला क्षेत्र से जनजागरण करते हुए अयोध्या पहुंचेंगे। उनका केंद्र जानकीघाट बड़ास्थान होगा, जहां के महंत जन्मेजयशरण रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास के
अयोध्या : मंदिर आंदोलन के फलक पर विहिप के विरुद्ध महागठबंधन तैयार हो रहा है। इस मुहिम के सूत्रधार शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद हैं। स्वरूपानंद 19 फरवरी को प्रयाग कुंभ मेला क्षेत्र से जनजागरण करते हुए अयोध्या पहुंचेंगे। उनका केंद्र जानकीघाट बड़ास्थान होगा, जहां के महंत जन्मेजयशरण रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास के अध्यक्ष की हैसियत से विहिप को चुनौती देते रहे हैं। स्वरूपानंद का साथ मिलने से कोई शक नहीं कि उनके मकसद को हौसला मिलेगा। स्वरूपानंद की अध्यक्षता में 20 फरवरी को जानकीघाट में संत सभा होगी। इस सभा का घोषित मकसद रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का दावा होगा पर नेपथ्य में विहिप की प्रासंगिकता पर सवाल खड़ा किया जाएगा। पूरे परि²श्य में भाजपा को कठघरे में खड़ा किए जाने की कोशिश होगी।
मुहिम में स्वरूपानंद के साथ डॉ. प्रवीणभाई तोगड़िया की भूमिका अहम हो सकती है। विहिप से निष्कासित होने के साथ ही वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबक सिखाने की जुगत करते रहे हैं। मंदिर आंदोलन की बिसात पर संतों के साथ तोगड़िया अपनी मुहिम को धार देने में काफी सुविधा महसूस करेंगे। विहिप एवं भाजपा से उपेक्षित स्थानीय तपस्वीजी की छावनी के महंत परमहंसदास भी स्वरूपानंद की मुहिम में सहयोगी बन सकते हैं। स्वरूपानंद के साथ होंगे हजारों लोग
- स्वामी स्वरूपानंद के प्रमुख सहयोगी बनकर उभरे महंत जन्मेजयशरण की मानें तो 21 फरवरी को रामजन्मभूमि पर मंदिर का शिलान्यास करने जब स्वामी स्वरूपानंद रवाना होंगे, तब उनके साथ 20-25 हजार मंदिर समर्थक होंगे। वे स्वरूपानंद के अभियान को राजनीतिक चश्मे से देखने को अनुचित बताते हैं और कहते हैं कि यह अभियान रामभक्तों का है।