धर्मसभाः हिंदुओं ने बनाई सरकार जो कुछ करेगी यही सरकार करेगी: चंपत राय
विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय को मोदी सरकार पर पूरा भरोसा है। वे कहते हैं कि मंदिर पर जो कुछ करेगी, यही सरकार करेगी।
नवनीत श्रीवास्तव, अयोध्या। यूं तो राममंदिर निर्माण के लिए संसद में कानून बनाने की विश्व हिंदू परिषद की मांग पुरानी है, लेकिन केंद्र में मोदी सरकार बनने के करीब साढ़े चार वर्ष बाद विहिप ने इस मुद्दे पर अपनी आंदोलनात्मक खामोशी तोड़ धर्मसभा का एलान कर देश का ध्यान अपनी ओर खींचा। विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय को मोदी सरकार पर पूरा भरोसा है। वे कहते हैं कि मंदिर पर जो कुछ करेगी, यही सरकार करेगी। धर्मसभा के औचित्य, मोदी सरकार से उम्मीद और जनमानस में उपजे संशय को लेकर जागरण ने उनसे खास बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश-
- अचानक धर्मसभा का एलान क्यूं?
अचानक कुछ भी नहीं। विचारपूर्वक तय किया गया है। हमारा काम समाज को जगाना है। इसलिए धर्मसभा हो रही है।
- धर्मसभा आखिर किसके खिलाफ है?
सभाएं सिर्फ खिलाफ ही नहीं होती। पक्ष में वातावरण बनाने के लिए भी होती हैं। नई पीढ़ी को इतिहास की जानकारी देने व समाज को सच्चाई बताने के लिए भी होती हैं। इसलिए किसी के खिलाफ होने का तो सवाल ही नहीं उठता।
- धर्मसभा को लेकर तमाम तरह के संशय हैं?
कहीं कोई संशय नहीं है। जो लोग तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं वहीं संशय पैदा कर रहे हैं। अयोध्या पूरी तरह शांत है।
- तीन राज्यों के चुनाव चल रहे हैं। लोकसभा चुनाव निकट है। ऐसे में धर्मसभा पर विपक्षी दल भी सवाल उठा रहे हैं?
देखिए, इसका एक ही उत्तर है कि नगर पालिका से लेकर लोकसभा तक के चुनाव एक साथ कराए जाएं। इतना बड़ा देश है। कहीं न कहीं चुनाव होता रहता है। हमारा उद्देश्य राजनीतिक नहीं है। जिसको जो अर्थ निकालना हो निकाले।
- भाजपा नेता कह रहे हैं हम विकास के नाम पर सत्ता में आए। आप कहते हैं उन्हें राम के नाम पर सत्ता मिली, इसलिए कानून बनाएं?
हम बोलते रहेंगे और वो भी बोलते रहेंगे, हां विरोधाभाव ढूंढने वालों को कोई सफलता नहीं मिलेगी। जो कहते हैं डंके की चोट पर कहते हैं।
- आपको पूर्ण विश्वास है कि सरकार कानून बनाएगी?
यही सरकार देश को वैभवशाली बनाएगी। ये सरकार हमने बनाई है। ङ्क्षहदुस्तान के ङ्क्षहदुओं ने बनाई है। इसलिए जो कुछ करेगी, यही सरकार करेगी।
- साढ़े चार साल में तो कुछ किया नहीं?
हम तो चाहते थे कि एक-दो साल पहले ही यह मामला खत्म हो जाए, लेकिन सिब्बल जैसे लोगों की वजह से यह विषय इतना खिंच गया।
- क्या आपके पास मंदिर निर्माण कोई फार्मूला है?
हिंदुस्तान में हर बात का समाधान है। फार्मूला होगा तो भी नहीं बताएंगे। हां इतना जरूर है हिंदू जगे तो विश्व जगेगा।