विदेशियों ने की भारतीय इतिहास से छेड़छाड़ : प्रो. दीक्षित
विदेशी इतिहासकारों ने हमेशा भरतीय इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कियाविदेशी इतिहासकारों ने हमेशा भरतीय इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कियाविदेशी इतिहासकारों ने हमेशा भरतीय इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कियाविदेशी इतिहासकारों ने हमेशा भरतीय इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कियाविदेशी इतिहासकारों ने हमेशा भरतीय इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कियाविदेशी इतिहासकारों ने हमेशा भरतीय इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कियाअविदेशी इतिहासकारों ने हमेशा भरतीय इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कियाअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअ
अयोध्या : डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या के इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग में प्री-पीएचडी कोर्स वर्क कर रहे शोध छात्रों को समारोहपूर्वक विदाई की गई। अध्यक्षता संत स्वामी धर्मबंधु ने की। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित के साथ विभागाध्यक्ष प्रो. अजय प्रताप सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन कर किया।
इस मौके पर दीक्षित ने शोध छात्र-छात्राओं से संवाद में कहा, पुरातत्व पर आधारित शोध कार्य अंग्रेजों की देन है। हम उसकी नकल कर रहे हैं। विदेशी इतिहासकारों ने भारतीय इतिहास को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया। गुजरात के संत स्वामी धर्मबंधु ने कहा कि शोध के जरिए समाज एवं देश को हम कुछ नई जानकारी दे सकते हैं। विभागाध्यक्ष प्रो. अजय प्रताप सिंह ने अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ प्रदान कर किया। आचार्य मनोज दीक्षित की तारीफ करते हुए कहा कि दो वर्ष में जितने शैक्षणिक कार्यक्रम हुए उतने कार्यक्रम विश्वविद्यालय स्थापना से दो वर्ष पहले तक कभी नहीं हुए। डॉ. दिवाकर त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर डॉ. देवनारायण वर्मा, डॉ. राजकुमार सिंह, डॉ. मृदुला पांडेय, अभिषेक मौर्य, डॉ. आलोक मिश्र मौजूद रहे।