बकरे पर लाख तो दुंबा पर सवा लाख
फैजाबाद :मुस्लिमों का बकरीद त्योहार 22 को है। कुर्बानी की इस त्योहार पर बकरों की खरी
फैजाबाद :मुस्लिमों का बकरीद त्योहार 22 को है। कुर्बानी की इस त्योहार पर बकरों की खरीद तेजी से की जा रही है। सोमवार को शहर के नियावां स्थित बकरा मंडी में विशेष बाजार लगाई गई। यहां दुंबा भी बिक्री के लिए लाए गए हैं, जिनकी कीमत सवा लाख तक पहुंच गई। बकरों की कीमत भी एक लाख तक पहुंची।
कुर्बानी के लिए दुंबा को शुभ माना जाता है। महंगी कीमत के कारण आम आदमी इसे खरीद नहीं पाता। विकल्प के तौर पर बकरे की कुर्बानी दी जाती है। बकरामंडी में राजस्थान से आए दुंबा ने सभी को आकर्षित किया। बकरे गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़, जौनपुर, अंबेडकरनगर, गोंडा, बहराइच, कानपुर व अन्य जिलों से यहां लाए गए। इन बकरों में बादल व राजा नाम के बकरों ने खरीदारों को लुभाया। इनकी कीमत भी काफी ऊपर चढ़ी। बाजार में सफेद, लाल व लाल-काले स्वस्थ बकरों की ज्यादा मांग रही।
-एक साल से कम की कुर्बानी नहीं
कुर्बानी के लिए बकरे की उम्र एक साल से कम नहीं होनी चाहिए। बकरामंडी को संचालित करने वाली समिति तंजीमुल कुरैश के उपसचिव महमूद आलम ने बताया कि बिक्री के लिए लाए जाने वाले बकरों के लिए यह शर्त जरूरी है कि बकरा स्वस्थ हों, किसी तरह की बीमारी न हो, चोट न लगी हो, लंगड़ा-लूला न हो, उसकी उम्र एक साल से अधिक हो।
-कोलकाता, कानपुर व दिल्ली भेजे गए कुर्बानी के बकरे
जिले के नियावां में लग रही बकरा मंडी स्थानीय खरीदारों के लिए ही सीमित नहीं रही। यहां से कोलकाता, कानपुर व दिल्ली के लिए कुर्बानी के लिए बकरे भेजे गए हैं। वहां इनकी कीमत काफी ऊंची मिल जाती है। यहां सप्ताह के हर गुरुवार को बकरामंडी लगाई जाती है। बकरीद के मद्देनजर यहां आज विशेष मंडी लगाई गई। कुर्बानी का सिलसिला 24 अगस्त तक चलेगा।