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रुदौली तहसील में एक और फर्जीवाड़ा

-राजस्व अभिलेखागार संरक्षित नक्शे में छेड़छाड़ तालाब

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 11:24 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 11:24 PM (IST)
रुदौली तहसील में एक और फर्जीवाड़ा
रुदौली तहसील में एक और फर्जीवाड़ा

अयोध्या : रुदौली तहसील के राजस्व ग्राम सैमसी में स्थित गाटा संख्या 2494 लगभग एक हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल के तालाब के राजस्व अभिलेख व उसके नक्शे में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा से राकेश कुमार निवासी हरिहरपुर मजरे सैमसी की शिकायत के बाद यह प्रकरण सामने आया।

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मुख्य राजस्व अधिकारी पुरुषोत्तम दास गुप्त ने अपनी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को कार्रवाई की संस्तुति समेत सौंप दी। जांच रिपोर्ट में धर्मेंद्र सिंह उर्फ बबलू सिंह पुत्र अंबिका सिंह निवासी भरतपुर मजरे सैमसी के खिलाफ एंटी भू माफिया कार्रवाई एवं सरकारी अभिलेखों में हेराफेरी कर क्षतिग्रस्त करने के आरोपियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की संस्तुति शामिल है। जिलाधिकारी की सख्ती के बाद राजस्व अभिलेखागार व रुदौली तहसील के कई कर्मचारी कार्रवाई के चपेट में आ गए हैं। इनकी जवाबदेही तय करने के लिए जिलाधिकारी ने अलग से कमेटी गठित करने का निर्देश दिया है। माना जा रहा है कि एक-दो दिन में कमेटी का गठन कर जिलाधिकारी से अनुमोदित करा लिया जाएगा। 15 दिन में कार्रवाई से जिलाधिकारी को सीआरओ अवगत कराना है।

इसी तहसील में पूर्व सैनिकों को पट्टे पर मिली गवर्नमेंट ग्रांट एक्ट की मेहनोरा स्थित भूमि के फर्जीवाड़े में अब तक आधा दर्जन से अधिक एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। पूर्व सैनिक की कृषि भूमि को दूसरे के नाम वरासत करने वाले लेखपाल राकेश मिश्र का भी कुछ नहीं बिगड़ा। रुदौली तहसील के अधिकारी व कर्मचारियों ने किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। अब यह दूसरा मामला सामने आया है। कलेक्ट्रेट स्थित राजस्व अभिलेखागार में संरक्षित नक्शे की तीन सीट में से एक गायब है। सीआरओ के अनुसार नक्शे से छेड़छाड़ किए जाने के साक्ष्य जांच रिपोर्ट में प्रमाणित हैं। तालाब पर अवैध कब्जे का यह मामला करीब 10 वर्ष पुराना बताया जाता है। रुदौली तहसील पर आरोप तालाब पर अवैध कब्जे की शिकायत को नजरअंदाज करने का भी है। जांच रिपोर्ट में आख्या न देने का भी आरोप रुदौली तहसील के राजस्व कर्मियों पर लगा है।

लगभग सवा वर्ष बाद राजस्व अभिलेखागार में यह दूसरा फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है।इससे पहले रामनगरी के बाग बिजेसी स्थित सरकारी जमीन बंजर वा भीटा के फर्जीवाड़ा का मामला सीआरओ की जांच से सामने आ चुका है। जिलाधिकारी उसमें भी फर्जीवाड़ा करने के आरोपियों के खिलाफ एफआईआर कोतवाली नगर में दर्ज करवा चुके हैं।


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