केदार तिवारी हत्याकांड के अभियुक्त बरी
स्थित आवास पर बमों से हमला किया गया। इसी दहशत में केदार तिवारी की अगले दिन मौत हो गई। मुकदमे की सुनवाई के दौरान वादी वृजराज तिवारी गवाही में पलट
अयोध्या : शहर के बड़े ठेकेदार केदार तिवारी की हत्या के मामले में अभियुक्तों अखंड पांडेय व उनके भांजे तरबगंज गोंडा निवासी बृजेश को कोर्ट ने बरी कर दिया। यह फैसला गुरुवार को फास्टट्रैक जज द्वितीय ज्ञान प्रकाश तिवारी ने सुनाया। अखंड पांडेय हत्या के अन्य मामले में जेल में निरुद्ध हैं, जबकि बृजेश जमानत पर बाहर है।
अभियुक्तों के अधिवक्ता सुधाकांत त्रिपाठी ने दलील दी कि केदार तिवारी दिल के मरीज थे और उनकी बाईपास सर्जरी हुई थी, उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी। ठेकेदारी विवाद में अभियुक्तों को फर्जी फंसा दिया गया। अभियोजन पक्ष के मुताबिक ठेकेदारी के लेनदेन के विवाद को लेकर 22 जुलाई 2009 को नगर में उनके रीडगंज स्थित आवास पर बमों से हमला किया गया। इसी दहशत में केदार तिवारी की अगले दिन मौत हो गई। मुकदमे की सुनवाई के दौरान वादी बृजराज तिवारी गवाही में पलट गए।