सीएम की भगवा विरासत को रामनगरी में चुनौती
रमाशरण अवस्थी, अयोध्या : मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भगवा विरासत को चुनौती मिली। य
रमाशरण अवस्थी, अयोध्या : मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भगवा विरासत को चुनौती मिली। यह जुर्रत की ¨हदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी और उनके सहयोगियों ने। पूर्वाह्न एक ओर रामनगरी मुख्यमंत्री के स्वागत की तैयारी में लगी थी, दूसरी ओर ¨हदू समाज पार्टी के अध्यक्ष सहयोगियों के साथ बंधा तिराहा पर नमूदार हुए। पुलिस ने धारा 144 लागू होने का वास्ता देकर उन्हें रोकने का प्रयास किया पर वे नहीं माने और समर्थकों के हुजूम के साथ रामजन्मभूमि जाने की जिद पर अड़े रहे। पुलिस ने जब दबाव बनाया, तब तिवारी और उनके समर्थक बंधा तिराहा पर ही बैठ गए और मंदिर के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी अनिल ¨सह सिसोदिया ने उन्हें समझाने का प्रयास किया पर वे नहीं माने। अंतत: पुलिस ने कमलेश तिवारी सहित 40 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद भी माहौल ठंडा नहीं पड़ा। मुख्यमंत्री अपराह्न जब दिगंबर अखाड़ा पहुंच मंदिर आंदोलन के पर्याय रहे रामचंद्रदास परमहंस को श्रद्धांजलि दे रहे थे, तब तक गिरफ्तारी से बचे ¨हदू समाज पार्टी के ढाई-तीन दर्जन लोग पार्टी महासचिव अर¨वद ¨सह रावत के नेतृत्व में पुन: लामबंद हुए और रामजन्मभूमि की ओर बढ़ने का प्रयास करने लगे। इस दौरान यह जत्था रामजन्मभूमि संपर्क मार्ग का वह गेट भी खोलने में कामयाब रहा, जिसे बेहद संवेदनशील माना जाता है और अधिग्रहीत परिसर में ड्यूटी करने वाले जवानों के अतिरिक्त इस दरवाजे पर प¨रदों के पर मारने तक की मनाही है। इस बीच मौके पर तैनात जवान हरकत में आए और आंदोलित लोगों को संपर्क मार्ग के दरवाजे से खदेड़ा। ¨हदू समाज पार्टी के कार्यकर्ता इतने पर ही नहीं रुके और वे संगठन के अध्यक्ष को छोड़ने की मांग करने के साथ प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए राम मंदिर की ओर बढ़े। अमावां मंदिर तिराहा पर बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों ने उन्हें रोका। इसके बाद वे वहीं धरना पर बैठ गए। करीब दो घंटे की जिद्दोजहद के बाद जब यह सुनिश्चित हुआ कि तिवारी और उनके साथी रिहा हो चुके हैं, इसके बाद ही ¨हदू समाज पार्टी के कार्यकर्ता शांत हुए।