समान क्षेत्रफल के मकान, कर निर्धारण अलग-अलग
अयोध्या कर निर्धारण को लेकर जनता यूं ही नहीं बेहाल है। गलत कर निर्धारण का आरोप भी बेबुनियाद नहीं है। सुभाषनगर निवासी राधेश्याम शुक्ला की शिकायत पर गौर करें तो आरोपों को बल मिलता है। सुभाषनगर मुहल्ले में स्थित अशफाक उल्ला खां कॉलोनी के रहने वाले राधेश्याम व उनके पड़ोसी के मकान का क्षेत्रफल एक ही है लेकिन नगर निगम ने दोनों मकानों का कर अलग-अलग है जिसे शिकायत का आधार बनाया गया है।
अयोध्या : कर निर्धारण को लेकर जनता यूं ही नहीं बेहाल है। गलत कर निर्धारण का आरोप भी बेबुनियाद नहीं है। सुभाषनगर निवासी राधेश्याम शुक्ला की शिकायत पर गौर करें तो आरोपों को बल मिलता है। सुभाषनगर मुहल्ले में स्थित अशफाक उल्ला खां कॉलोनी के रहने वाले राधेश्याम व उनके पड़ोसी के मकान का क्षेत्रफल एक ही है, लेकिन नगर निगम ने दोनों मकानों का कर अलग-अलग है, जिसे शिकायत का आधार बनाया गया है।
500 से 600 रुपये तक गृहकर देते आ रहे राधेश्याम को इस बार 3033 रुपये का बिल भेज दिया गया, जबकि पड़ोसी का गृहकर काफी कम है। अपने साथ हुई इस नाइंसाफी को लेकर भुक्तभोगी ने नगर निगम के जिम्मेदारों से शिकायत की। प्रार्थना अगस्त में दिया गया था, लेकिन अबतक नगर निगम कोई निर्णय नहीं ले सका है। भुक्तभोगी के प्रार्थनापत्र का संज्ञान नहीं लिया गया और न ही लगाए गए कर को लेकर कोई उचित उत्तर ही नगर निगम की ओर से दिया गया। कर निर्धारण को लेकर लगातार मिल रही शिकायतों के बाद नगर निगम ने कर वसूली के साथ आपत्तियों के निस्तारण के लिए विशेष शिविर भी लगाया गया है। इस शिविर में अब तक 200 आपत्तियां आ चुकी हैं, जिसमें आधे से अधिक आपत्तियों का निस्तारण भी किया जा चुका है। आपत्तियों के निस्तारण में कई लोगों को राहत भी मिली है। ............ स्वकर निर्धारण फार्म भर करके करें निर्धारण
-अपर नगर आयुक्त सच्चिदानंद सिंह ने बताया कि कर निर्धारण संबंधी कोई दिक्कत अथवा आपत्ति हो तो जनता सीधे नगर निगम के कर विभाग से संपर्क कर सकता है। आवास का कर निर्धारण करने के लिए एक निर्धारित फार्म है, जिसे लोग खुद भरकर कर निर्धारण कर सकते हैं। राधेश्याम शुक्ल का प्रकरण संज्ञान में नहीं है। इस विषय में जानकारी कर आपत्ति का निस्तारण कराया जाएगा।