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सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले छावनी बनेगी रामनगरी अयोध्या, फोर्स के आगमन की तैयारी

अयोध्या में लोकल पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती बाहर से आने वाली फोर्स को आवासीय सुविधा देने की है। जिसके लिए ठिकाने चिह्नित किए जा रहे हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 05 Oct 2019 12:57 PM (IST)Updated: Sat, 05 Oct 2019 01:02 PM (IST)
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले छावनी बनेगी रामनगरी अयोध्या, फोर्स के आगमन की तैयारी

अयोध्या [रविप्रकाश श्रीवास्तव]। विवादित ढांचा तथा श्रीराम जन्मभूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले के मद्देनजर सुरक्षा तंत्र ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। भगवान राम की नगरी को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट का फैसला जो भी हो हर परिस्थिति से निपटने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

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अयोध्या में लोकल पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती बाहर से आने वाली फोर्स को आवासीय सुविधा देने की है। जिसके लिए ठिकाने चिह्नित किए जा रहे हैं। स्कूल, कॉलेज व बड़े गोदाम और बड़े परिसर वाले मंदिरों के जिम्मेदारों से संपर्क कर स्थान आरक्षित करने की कवायद चल रही है। कुछ स्थान चिह्नित भी हो चुके हैं। दस्तावेजी न सही, लेकिन फैसले के मद्देनजर तैयारी पुख्ता रखने के निर्देश शासन की ओर से भी मिल चुके हैं। यहां पर दस हजार से अधिक अतिरिक्त फोर्स मिलने की संभावना के मद्देनजर इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।

गत दिनों यहां पर पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस की संयुक्त गश्त को शहर की भौगोलिक स्थिति समझने के साथ ही साथ रूटमैप तैयार करने की कवायद माना जा रहा है। फोर्स की मूवमेंट व तैनाती कैसे होगी, इसकी रणनीति भी तैयार हो रही है। यह तैयारी अभी पर्दे के पीछे है, जो दीपोत्सव बीतने के बाद और गति पकड़ेगी।

नाकाबंदी के लिए मार्गों पर बैरियर, बंकर आदि बनाने के लिए भी स्थान चिह्नित करने का कार्य दीपोत्सव तक पूरा कर लेने की संभावना है। यहां पर इस तैयारी पर फिलहाल आलाधिकारी अभी खामोश हैं। पूछने पर सिर्फ इतना बताते हैं कि दीपोत्सव की तैयारी है।

फोर्स के लिए जगह की तलाश

एसपी सिटी विजयपाल सिंह ने बताया कि अतिरिक्त फोर्स को रोकने के लिए स्थान तलाशे जा रहे हैं। इसके लिए शिक्षा विभाग की भी मदद ली जाएगी। दीपोत्सव सहित आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम होंगे, जिनके लिए अतिरिक्त फोर्स मुहैया कराई जाएगी। जुड़वा शहरों में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।

हमले के इनपुट ने उड़ाई नींद

देश के सबसे बड़े विवाद का दंश दो बार आतंकी हमले के रूप में अयोध्या झेल चुकी है। नियमित सुनवाई प्रक्रिया के बीच खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली में आतंकियों के घुसने का इनपुट दिया है। यही कारण है, संभावित फैसले को लेकर शासन पहले ही सुरक्षा एजेंसियों को सचेत कर चुका है।

धमाके की तैयारी में योगी आदित्यनाथ सरकार

योगी आदित्यनाथ सरकार दीपोत्सव से पहले किसी बड़े धमाके की तैयारी में है। मंडलायुक्त मनोज मिश्र मातहत अमले के साथ शुक्रवार को जमीन देखने के लिए निकले। कमिश्नर के साथ जिलाधिकारी अनुज कुमार झा व मुख्य राजस्व अधिकारी पुरुषोत्तमदास गुप्त भी थे। तलाश का कार्य दोपहर करीब एक बजे पूरा हुआ। उसके बाद कमिश्नर आवास में बैठक हुई। इसमें कमिश्नर को सरकारी जमीनें दिखाई गई हैं। जमीन की तलाश को दीपोत्सव में आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संभावित किसी घोषणा से जोड़ कर देखा जा रहा है। काई भी अधिकारी ऑन द रिकार्ड इस बारे में बोलने का तैयार नहीं है। देर शाम जिलाधिकारी एवं सीआरओ के साथ आयुक्त ने अपने आवास पर फिर बैठक की।

सुबह करीब साढ़े 10 बजे अमले के साथ कमिश्नर राम की पैड़ी देखने पहुंचे। निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। सरयू परियोजना के इंजीनियरों को जल्द कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। इसके बाद थीम पार्क एवं निर्माणाधीन बस अड्डा देखने गए। दीपोत्सव कार्यक्रम के मद्देनजर निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश यहां भी दिया। रामनगरी के निर्माण कार्य देखने के बाद कमिश्नर सीधे शिक्षा विभाग के नाम दर्ज सदर तहसील क्षेत्र में स्थित जमीन देखने पहुंचे। शिक्षा विभाग की यह जमीन चांदपुर हरवंश, मलिकपुर, पूरे हुसैन एवं डाभासेमर में स्थित है। कमिश्नर को दिखाई गई जमीन की वीडियोग्राफी भी मोबाइल से की गई। इन सभी जमीनों का रकबा पांच एकड़ से 10 एकड़ के बीच है। देखी गई जमीन का विवरण कमिश्नर ने मांगा है। यह विवरण कमिश्नर को शनिवार तक सीआरओ को सदर तहसील से उपलब्ध कराना है। 


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