अयोध्या बस स्टेशन के वजूद पर संकट
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अयोध्या : अयोध्या के नयाघाटबंधा तिराहे पर स्थित निगम के अयोध्या बसस्टेशन के वजूद पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। यहां न तो कोई बस आती है और न ही यात्री सुविधाएं हैं। यह हाल तब है, जब अयोध्या धार्मिकनगरी है और हर समय यात्रियों की भीड़ रहती है। अगर अयोध्या वासियों को बस से सफर तय करना होता है तो उनके पास आठ किलोमीटर दूर फैजाबाद बस स्टेशन पहुंचने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
सरयू नदी के तट पर स्थित अयोध्या बस स्टेशन निगम के मानदंड पर खरा नहीं उतर रहा है। स्टेशन पर स्टाफ के नाम पर सिर्फ तीन कर्मी तैनात है जिनमें बाडी सुपरवाइजर अवध किशोर मिश्र, सुरक्षा गार्ड सुरेशदत्त पांडेय और अक्षम चालक मनोज गुप्त है। तीनों कर्मी सेवानिवृत्त होने की कगार पर है। इसके अलावा यहां किसी कर्मचारी की तैनाती निगम ने नहीं कर रखी है। स्टेशन पर निगम की सिर्फ दो बसें आती है, जिनमें गौर बाजार और बभनान की बसें है। इसके अलावा यदाकदा अयोध्या बस स्टेशन पर निगम की बस आती है। शेष सभी बसें बसस्टेशन पर न आकर बाईपास से ही गुजर जाती है। सुविधाओं की बात करे तो यात्रियों के लिए यहां कुछ भी ऐसा नहीं है, जिसे इंगित किया जा सके। न तो बैठने की समुचित व्यवस्था, न पेयजल की व्यवस्था और न हीं बसों की जानकारी यात्रियों को मिल सकने की व्यवस्था है। ऐसे में बस स्टेशन केवल नाम का ही शेष है।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक नंदकिशोर चौधरी ने सारा ठीकरा प्रशासन पर फोड़ दिया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन अयोध्या में परिवहन निगम की बसें नहीं आने देता है। प्रशासन ने बसों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन सवाल उठता है कि जब निगम की दो बसे रोज आती है तो अन्य बसों को अयोध्या बस स्टेशन पर आने में आखिर क्या दिक्कत है?