हिस्ट्रीशीटर की हत्या के बाद बवाल, तीन बसें फूंकी गईं
रुदौली(अयोध्या) जिले के मवई थाना क्षेत्र में एक हिस्ट्रीशीटर की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ। हत्या के विरोध में लोग सड़क पर उतर आए और रोडवेज की तीन बसों को आग के हवाले कर दिया। उपद्रवियों को काबू में करने के लिए पुलिस व पीएसी को लाठीचार्ज करना पड़ा। उपद्रव के चलते काफी देर तक एनएच-28 पर लखनऊ-अयोध्या के बीच यातायात ठप रहा।
रुदौली(अयोध्या): जिले के मवई थाना क्षेत्र में एक हिस्ट्रीशीटर की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ। हत्या के विरोध में लोग सड़क पर उतर आए और रोडवेज की तीन बसों को आग के हवाले कर दिया। उपद्रवियों को काबू में करने के लिए पुलिस व पीएसी को लाठीचार्ज करना पड़ा। उपद्रव के चलते काफी देर तक एनएच-28 पर लखनऊ-अयोध्या के बीच यातायात ठप रहा। आइजी डॉ. संजीव गुप्त, डीएम अनुज झा, एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने घटनास्थल का जायजा लिया तथा कार्रवाई का भरोसा दिलाकर जनाक्रोश शांत कराया। वारदात में चार लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। मृतक बृजेश सिंह उर्फ बिरजन पर 12 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। वह मवई थाने का हिस्ट्रीशीटर भी था। बघेड़ी व आसपास के गांवों में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस व पीएसी लगा दी गई है। मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाने बघेड़ी गए विधायक रामचंद्र यादव को ग्रामीणों के आक्रोश के कारण रास्ते से वापस लौटना पड़ा।
मवई थाना अंतर्गत बघेड़ी निवासी बृजेश सिंह उर्फ बिरजन बुधवार की रात घर से एक किलोमीटर दूर स्थित तालगांव गया था। देररात वापस न लौटने पर उसकी मां ने उसे फोन किया तो बिरजन ने तुरंत घर आने की बात कही, लेकिन देर रात तक वह घर नहीं पहुंचा। गुरुवार की सुबह उसका शव तालगांव में मिला। एक स्कूल बस चालक ने बिरजन का शव मार्ग के किनारे देख पुलिस को सूचना दी। बिरजन की हत्या की खबर फैलते ही बघेड़ी व आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंचे गए, जहां बिरजन का शव न देख भड़क उठे। राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने रोडवेज की तीन बसों को आग के हवाले कर दिया। आरोप है कि जाम के दौरान कुछ उपद्रवियों ने हवाई फायरिग भी की। एसडीएम ज्योति सिंह व सीओ डॉ. धर्मेंद्र यादव के बार-बार समझाने के बाद जब लोग नहीं माने तो पीएसी बुलाई गई। पीएसी के लाठीचार्ज के बाद उपद्रवियों को भागना पड़ा। सीओ ने बताया कि मृतक के परिजनों की तहरीर पर बघेड़ी निवासी द्वारिका प्रसाद, शिवप्रसाद, उमेश कुमार व वासुदेव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।