जिले में 23 गोशालाओं का निर्माण : डीएम
फैजाबाद : जिले में 23 गोशालाएं निर्माणाधीन हैं। इनमें से कुछ जुलाई में शुरू हो जाएंगी। इनके
फैजाबाद : जिले में 23 गोशालाएं निर्माणाधीन हैं। इनमें से कुछ जुलाई में शुरू हो जाएंगी। इनके प्रारंभ होने से छुट्टा जानवरों से होने वाले फसल नुकसान पर अंकुश लगाया जा सकेगा। जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि जिले में दो गो-सेवा प्रेमी व्यक्तियों को गो-संरक्षण समिति में नामांकित किया जाना है। जिलाधिकारी के अनुसार गोशालाओं को शुरू कराने का मकसद पशुओं पर अत्याचार रोकने, छुट्टा पशुओं से किसानों की फसल को बचाने तथा हाइवे पर अचानक आए छुट्टा पशुओं से दुर्घटनाओं को रोकना है। जिलाधिकारी ने कहा कि कुछ मवेशी पालक पालतू पशुओं को दूध दुहने के बाद छोड़ देते हैं। पकड़े जाने के बाद उसके मालिक से शुल्क लेकर छोड़ा जाएगा। पशुओं के पकड़े जाने पर उसे पानी, चारा, छाया आदि का इतंजाम करना के लिए एक समिति भी गठित की जाएगी। इनके रखरखाव के स्टाफ को भी पैसा देना पड़ेगा। छुट्टा जानवरों के मालिकों से वसूली गई धनराशि से यह सारे इंतजाम समिति के निर्देशन में की जाएगी। उनके अनुसार 85 संयुक्त समितियां कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बायो गोबर गैस में ईंधन के रूप में गोबर का प्रयोग किया जाए। उसका इस्तेमाल जैविक खाद्य के रूप में करने से फसल का उत्पादन भी ठीक रहेगा। अनावश्यक रसायनिक उर्वरक का इस्तेमाल न करने से किसान की लागत घट जाने से उनकी आमदनी बढ़ जाएगी।
उन्होंने कहा कि खेती के आर्गेनिक उत्पाद अधिक मूल्य पर बिकने से किसानों की कमाई बढ़ेगी। बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके श्रीवास्तव, डीएफओ रवि ¨सह, डीडीओ हवलदार ¨सह, बायो गैस फोरम इंडिया के अध्यक्ष डॉ. एआर शुक्ल सहित अन्य संबंधित अधिकारी व गो संरक्षण समिति के सदस्य उपस्थित रहे।