17.25 करोड़ रुपये से होगा परिक्रमा मार्ग का कायाकल्प
मार्ग पर बनेंगे शौचालय एवं विश्राम स्थल. चौराहों पर खाली पड़ी भूमि पर विकसित होंगी योजनाएं.
विनोद यादव, अयोध्या
रामनगरी में परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें परिक्रमा मार्ग पर दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्हें प्रकाश से लेकर शौचालय, विश्राम स्थल सहित अन्य कई सुविधाएं मुहैया करायी जाएंगी। इसके लिए पंचकोसी परिक्रमा मार्ग का कायाकल्प होगा। कायाकल्प में विकास प्राधिकरण 17 करोड़ 25 लाख रुपये खर्च करेगा। अयोध्या में परिक्रमा मार्ग का प्राचीन काल से धार्मिक महत्व जरूर रहा है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में यह पूरी तरह अव्यवस्थित हो चुका है। जिसके चलते परिक्रमा करने वालों को यहां खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। श्रद्धालुओं को राहत देने के लिए परिक्रमा मार्ग एवं इस पर पड़ने वाले धार्मिक स्थलों का सुंदरीकरण किया जाएगा। इसके साथ-साथ मार्ग पर कई अन्य योजनाओं के तहत विकास कार्य कराया जाएगा। जुलाई माह के अंत में इस योजना पर कार्य प्रारंभ होने की उम्मीद है, जो एक वर्ष में पूर्ण होगा। पंचकोसी परिक्रमा मार्ग 15 किलोमीटर लंबा है। मार्ग पर पड़ने वाले सभी चौराहों को भी विकसित करने का प्रविधान किया गया है। जनसुविधाओं को देखते हुए चौराहों के निकट खाली पड़ी भूमि पर योजनाएं विकसित की जाएंगी। ज्यादातर विकास कार्य मंदिरों के निकट कराये जाएंगे। इसके लिए 12 स्थान भी चिह्नित किए जा चुके हैं। इन स्थलों पर शौचालय एवं विश्राम स्थल बनाए जाएंगे। जगह-जगह पर बैठने के लिए बेंच आदि भी लगायी जाएगी। इसके अलावा लैंडस्केपिग एवं लाइट के लिए बिजली के खंभे भी लगवाये जाएंगे।
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चयनित स्थल.. परिक्रमा मार्ग पर वानप्रस्थ, मौनी बाबा आश्रम, हलकारा का पुरवा, मणिपर्वत, दशरथकुंड, हनुमान मंदिर रानोपाली के समीप, जालपा देवी मंदिर, प्रहलाद घाट, नजूल भूमि पर विश्राम स्थल, ब्रम्हकुंड गुरुद्वारा, राजघाट, सियाराम किला को यात्री सुविधाओं का विकास करने के लिए चिह्नित किया गया है।
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श्रद्धालुओं की सुविधाओं को देखते हुए परिक्रमा मार्ग के अलावा इस पर पड़ने वाले धार्मिक स्थलों का सुंदरीकरण कराया जाएगा। जिससे उन्हें शासन की मंशानुरूप बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें। परिक्रमा मार्ग के सौंदर्यीकरण में 12 धार्मिक स्थलों को चिह्नित किया गया है।
-डा. संजीव कुमार, सचिव, विकास प्राधिकरण अयोध्या