मसौधा क्षेत्र पंचायत में सवा दो करोड़ का घपला
फैजाबाद: क्षेत्र पंचायत मसौधा में सवा दो करोड़ रुपए का गोलमाल हुआ है। विकास कार्यो के लिए मिली धनर
फैजाबाद: क्षेत्र पंचायत मसौधा में सवा दो करोड़ रुपए का गोलमाल हुआ है। विकास कार्यो के लिए मिली धनराशि में न सिर्फ बंदरबांट हुई है बल्कि नियमों की अनदेखी भी की गई है। टेंडर प्रक्रिया में मनमानी और फर्जी बिल बाउचर का धड़ल्ले से इस्तेमाल हुआ है। अनियमितता के घेरे में तत्कालीन खंड विकास अधिकारी, जेई व लेखाकार है। वर्ष 2013-14 के लेखा परीक्षा के दौरान उक्त क्षेत्र पंचायत में गड़बड़ी पकड़ी गई। जिम्मेदारों से वसूली के साथ ही जांच रिपोर्ट आलाधिकारियों के सुपुर्द कर दी गई है। आडिट रिपोर्ट में अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आई है। टुकड़े-टुकड़े में धनराशि को खर्च की गई। निर्माण कार्यो के लिए हुए टेंडर की प्रकिया गलत पायी गई। दो ही निविदा के आधार पर टेंडर का फैसला कर दिया गया। इसमें स्थानीय दो फर्म शामिल हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि जिन फर्मो से निमार्ण कार्य कराया गया, उसी के जिम्मे सामग्री की आपूर्ति भी रही। आडिट कर्ताओं ने कुल सात पत्रावलियों की जांच की। इस दौरान फर्जी व कागजी व्यय की पुष्टि हुई। अभिलेख आधे-अधूरे व अपूर्ण मिले।
तत्कालीन खंड विकास अधिकारी विपिन चौधरी, पूर्णमासी प्रसाद व लेखाकार राम कुमार ने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ मिलकर धन का दुरूपयोग किया है। इस गोलमाल में आरईएस के जेई के शामिल होने की आशंका है। साथ ही उक्त अधिकारियों, कार्य प्रभारी व सचिवों से वसूली किए जाने की बात कही गई है। दो के खिलाफ विभागीय कार्रवाही होनी है। जांच के लिए लेखाकार ने मनरेगा योजना की पत्रावली नहीं दी गई। एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का जिक्र है। प्रशिक्षण पर धनराशि खर्च की गई पर किन-किन लोगों को प्रशिक्षण दिया गया, इसकी सूची तक आलाधिकारी नहीं दे सके। जिला पंचायत राज अधिकारी एके ¨सह ने संबंधित बीडीओ से जवाब मांगा गया है। आडिट आपत्तियों का निस्तारण न हुआ तो कार्रवाई की जाएगी।