करतारपुर कॉरीडोर खोला जाना स्वागत योग्य कदम
लंबे समय से सिख समाज की चली आ रही मांग को भारत एवं पाक के विदेश मंत्री ने पूरी करते हुए पाक स्थित करतारपुर कॉरीडोर तक जाने का रास्ता खोल दिए जाने का शहर के सिख समाज ने स्वागत किया है। बिना बीजा एवं पासपोर्ट के माध्यम से करतारपुर साहिब तक जाने की जो छूट प्रदान की गई है उससे देश के सिख समाज में हर्ष व्याप्त है। अब देश का हर गरीब-अमीर पंजाबी अपने प्रथम गुरु गुरुनानक देव का दर्शन लाभ कर सकेंगे।
जागरण संवाददाता, इटावा : पाकिस्तान स्थित करतारपुर कॉरीडोर तक जाने का रास्ता खोल दिए जाने का शहर के सिख समाज ने स्वागत किया है। बिना बीजा एवं पासपोर्ट के करतारपुर साहिब तक जाने की जो छूट प्रदान की गई है उससे जनपद के सिख समाज में हर्ष व्याप्त है। इनका कहना है कि अब देश का हर गरीब-अमीर पंजाबी अपने प्रथम गुरु गुरुनानक देव का दर्शन लाभ कर सकेंगे।
जनपद के सिख समाज के लोगों ने दोनों सरकारों के इस फैसले का स्वागत किया है। सिख समाज के प्रथम गुरु गुरुनानक साहिब जी ने अपनी उम्र के 22 साल करतारपुर में ही व्यतीत किए थे। बीजा एवं पासपोर्ट की अनिवार्यता समाप्त किए जाने से सिख का हर वर्ग अपने गुरु के दर्शन लाभ कर सकेगा। तरनपाल कालड़ा आजादी के बाद से ही करतारपुर गुरुद्वारा के दर्शनों की तमन्ना थी, लेकिन वीजा व पासपोर्ट की बंदिश से तमन्ना को पूरा नहीं कर सका। करतारपुर गुरुद्वारा के दर्शनों की अनुमति सिर्फ 5 हजार श्रद्धालुओं को ही प्रतिदिन तय हुई है। उसकी संख्या बढ़नी चाहिए। सरकार के इस कदम से दोनों देशों के संबंध मजबूत होने की संभावना बढ़ गई है। सतनाम सिंह अरोड़ा सरकार के इस फैसले से गुरुद्वारा के दर्शन की लालसा रखने वाले सिख समाज के गरीब वर्ग को राहत मिलेगी। सरकार को चाहिए की जो भी श्रद्धालु करतारपुर जाए उनको पूर्ण सुरक्षा प्रदान हो सके। वीरेन्द्र सिंह किद्रा दोनों ही सरकारों का यह निर्णय स्वागत योग्य है। सरकार को चाहिए कि वह श्रद्धालुओं को सुरक्षा दें, यह निर्णय देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों की जीत मानी जा रही है। सिख समाज इसकी अर्से से मांग कर रहा था। जिसे विदेश मंत्रालय ने सहर्ष स्वीकार करके सिख समाज का दिल जीत लिया। सरदार अजीत सिंह