टीकाकरण की खुली पोल, पशुओं में फैली बीमारी
संवाद सहयोगी चकरनगर सहसों में लाखों रुपये की लागत से हाल ही में पशु अस्पताल बनाया गया है
संवाद सहयोगी, चकरनगर : सहसों में लाखों रुपये की लागत से हाल ही में पशु अस्पताल बनाया गया है। इसमें डॉक्टर सहित अन्य कर्मचारी नियुक्त किए गए और दवा भी मुहैया कराई गई, लेकिन गांव के पशुओं में फैली खुरपका की बीमारी ने पशु चिकित्सकों की सक्रियता के साथ टीकाकरण की पोल खोल दी है।
शासन ने पशु चिकित्सकों को सरकारी सस्ती दर पर पशुओं के खुर व मुंहपका का टीकाकरण अभियान चलाने का आदेश दिया है। इसमें पशुओं के कान में छल्ला लगाने का भी आदेश है। बावजूद इसके सहसों गांव के अस्पताल में तैनात पशु चिकित्सक गांव के पशुओं में एक सप्ताह से फैली खुरपका की बीमारी से अनजान हैं।
इस गांव के निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक विद्याराम त्रिपाठी ने बताया कि उनकी गाय एक सप्ताह से खुरपका से पीड़ित है। डॉक्टर काफी तलाशने पर भी नहीं मिल पा रहे हैं। उनके अलावा राजा चक, इन्द्रजीत चक, सुदामा चक, किशोरी चक आदि के गोवंश खुरपका से पीड़ित हैं और पशु स्वास्थ्य कर्मी अनजान हैं। अस्पताल में अक्सर ताला लटकता देखा जाता है।
सहसों के पशु चिकित्सक डॉ. राहुल कुमार ने बताया कि पशुओं में बीमारी फैलने की जानकारी नहीं है। पशुओं में खुर व मुंहपका के टीकाकरण का अभियान चलाया जा रहा है। अधिकतर पशुपालक छल्ला लगवाने को तैयार नहीं हैं। इसलिए टीकाकरण में असुविधा हो रही है।