आज जगह-जगह विराजमान होंगे गणपति बप्पा
जागरण संवाददाता इटावा महाराष्ट्र से शुरू हुआ गणपति बप्पा मोरया महोत्सव अब उत्तर प्रदेश में भी मंदिरों से लेकर अधिकांश घरों तक पहुंच गया है। इसके तहत आज गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी 12 सितंबर तक महोत्सव मनाने की तैयारियां पूरी हो गई हैं।
जागरण संवाददाता, इटावा : महाराष्ट्र से शुरू हुआ गणपति बप्पा मोरया महोत्सव अब उत्तर प्रदेश में भी मंदिरों से लेकर अधिकांश घरों तक पहुंच गया है। इसके तहत आज गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी 12 सितंबर तक महोत्सव मनाने की तैयारियां पूरी हो गई हैं। आज समूचे जनपद में जगह-जगह श्रीगणेशजी धूमधाम से विराजमान होंगे। कई स्थानों पर उनकी शोभा यात्रा भी निकलेगी।
1935 में कालीबाड़ी से शुभारंभ
शहर में मां कालीबाड़ी मंदिर के महंत स्वामी शिवानंद महाराज ने बताया कि 1935 में इसी मंदिर के महंत रहे स्वामी जगदीशानंद महाराज ने महाराष्ट्र प्रांत की संस्कृति से जुड़े स्वामी प्रकाशानंद महाराज की प्रेरणा से मंदिर पर श्रीगणेश महोत्सव का शुभारंभ किया था। तब से निरंतर इस मंदिर पर यह महोत्सव हर साल नई भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। मां कालीबाड़ी के दरबार में इस साल 83 वां महोत्सव होगा। बीते दो दशकों से इस महोत्सव के प्रति युवा वर्ग की खासी आस्था से जुड़ी, इससे शहर में करीब एक दर्जन स्थानों व अन्य मंदिरों पर यह महोत्सव धूमधाम से मनाया जाने लगा है। इसके साथ ही जसवंतनगर, बसरेहर, भरथना, बकेवर, इकदिल व अन्य कस्बों में यह महोत्सव धूमधाम से मनाया जाने लगा है। शहर के कई मोहल्लों में युवाओं की टोली अपना उत्साह प्रकट करने के लिए श्रीगणेश महोत्सव मनाने के लिए पार्क या अन्य किसी संस्था की खाली भूमि पर महोत्सव मनाने के लिए भव्य पंडाल सजा रहे हैं। अधिकतर युवा श्रीगणेशजी की आकर्षक प्रतिमा स्थापित करने के लिए पंडाल को भव्यता प्रदान कर रहे हैं।
प्रतिमाओं से सजा बाजार
श्रीगणेश महोत्सव के शुभारंभ से एक सप्ताह पूर्व ही शहर में श्रीगणेशजी की प्रतिमाओं का बाजार सज गया है। छोटी से बड़ी प्रतिमा सजी हुई है, जिनकी दक्षिणा 200 से 4500 रुपये ली जा रही है। छोटी प्रतिमाओं की मांग ज्यादा होने से स्पष्ट हो रहा है कि यह महोत्सव महाराष्ट्र की भांति घर-घर मनाया जाने लगा है। बड़ी प्रतिमाओं के लिए भक्त आगरा-जयपुर तक गए हैं। इसी के साथ बाजार पोशाकों तथा श्रृंगार की सामग्री की दुकानें सज गई हैं।
शुभ मुहूर्त में करें स्थापना
प्रख्यात ज्योतिषाचार्य, राज्यपाल से पुरस्कृत डॉ. ब्रह्म कुमार मिश्र का कहना है कि इस साल 2 सितंबर को श्रीगणेशजी की स्थापना होगी। श्रीगणेशजी का जन्म मध्याह्न काल में हुआ था, इस बार प्रतिमा स्थापना के लिए पूर्वाह्न 11.55 से दोपहर 12.40 बजे तक मूर्ति की प्रतिष्ठा करने काफी शुभकारी हैं, हालांकि शुभ योग होने से सुबह 9.18 से 10.53 तथा 3.35 से 5.09 बजे के मध्य भी शुभ समय है।
कहां-कहां होगी स्थापना
-श्रीसाईं धाम मंदिर पक्का तालाब पर 11 वां श्रीगणेश महोत्सव, सुबह आठ बजे स्थापना, प्रबंधक संतोष पटेल तथा संयोजिका नमिता तिवारी के निर्देशन में 12 सितंबर तक विभिन्न प्रतियोगिताएं।
- देवालय धाम ओवरब्रिज चौहान कालोनी आचार्य विवेक शुक्ल के निर्देशन में आज श्रीगणेशजी की स्थापना तथा 11 दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम-पूजन।
- सातवां भव्य गणेश महोत्सव शहर में एसडी फील्ड उद्योग केंद्र कार्यालय के पीछे आज स्थापना, दीपक यादव टीम के साथ 12 सितंबर तक कराएंगे कार्यक्रम।
- 14 वां श्रीगणेश महोत्सव पक्काबाग जयभारत कालोनी में ओमजी मिश्रा कालोनी के श्रद्धालुओं के सहयोग से स्थापना कर 12 सितंबर तक कराएंगे विभिन्न कार्यक्रम।
- शहर में मोहल्ला कुंज में सामना सेवादल अध्यक्ष मनोज अग्रवाल अपने साथियों के साथ आज कराएंगे श्रीगणेशजी की स्थापना, विसर्जन तक होंगे विभिन्न कार्यक्रम।
- चतुर्थ श्रीगणेश महोत्सव शहर में अड्डा जालिम मैनपुरी फाटक पर संयोजक गौरव कश्यप अपनी टीम के साथ मनाएंगे। आज श्रीगणेशजी की स्थापना कराएंगे तथा 12 सितंबर को शोभा यात्रा के साथ पिलखर नहर पुल पर विसर्जन करेंगे।
- बसरेहर में कर्मयोग जनसेवा समिति के तत्वावधान में अंकित दुबे अपनी टीम के साथ आज कस्बा में श्रीगणेश शोभायात्रा निकालकर मिश्रा गेस्ट हाउस में स्थापना करके 8 सितंबर तक विभिन्न कार्यक्रम कराएंगे।