विदेशी धरती पर देश की प्रतिभा का परचम
जागरण संवाददाता इटावा भारतीय प्रतिभाएं प्राचीन समय से ही विदेशी धरती पर अपना लोहा मनवा रह
जागरण संवाददाता, इटावा : भारतीय प्रतिभाएं प्राचीन समय से ही विदेशी धरती पर अपना लोहा मनवा रहीं हैं। ऐसा ही कुछ इटावा के रजत सक्सेना ने भी किया है। उन्होंने कुछ ही वर्षो में यूनाइटेड किंगडम में अपनी प्रतिभा का परचम फहराया है। एक निजी कंपनी में क्षेत्रीय महाप्रबंधक रजत यूरोप, अफ्रीका और रूस के इंचार्ज हैं।
इटावा के नुमाइश चौराहा निवासी पूर्व संयुक्त निदेशक रोजगार एवं प्रशिक्षण एके सक्सेना के बेटे रजत सक्सेना 14 साल से यूनाइटेड किगडम में हैं। शहर के सेंट मेरी इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने इंजीनियरिग की डिग्री हासिल की। उसके बाद कैंब्रिज यूनिवर्सिटी यूके से विशेष छात्रवृत्ति के साथ एमबीए का कोर्स पूरा किया। फिर उन्होंने दुनिया की शीर्ष कंसलटेंट कंपनी हैलिबर्टन में नौकरी ज्वाइन की। इस समय यूरोप, अफ्रीका व रूस के इंचार्ज के तौर पर कंपनी में क्षेत्रीय महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। उनके पिता एके सक्सेना बताते हैं कि रजत शुरू से ही मेधावी रहे हैं। 14 वर्षों से यूनाइटेड किगडम के नागरिक रजत लंदन में रहते हैं।
उनकी पत्नी मेघना सक्सेना भी लंदन के प्रसिद्ध कॉलेज लंदन स्कूल आफ इकोनॉमिक्स से पोस्ट ग्रेजुएट हैं और वहां की सिविल सेवा में हैं। इस समय वे ब्रिटिश सरकार के ऊर्जा क्षेत्र विभाग में सीईओ के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि उनके बड़े बेटे मोहित सक्सेना भी एयर फोर्स में ग्रुप कैप्टन हैं और सेंट मेरी इंटर कॉलेज इटावा के ही पढ़े हुए हैं। वह एनडीए से 1997 में पास आउट करने के बाद भारतीय वायु सेना में फाइटर पायलट के रूप में देश की सेवा कर रहे हैं। रजत व मोहित की मां मीरा सक्सेना आर्य कन्या इंटर कॉलेज में विज्ञान की शिक्षक थीं।