लघु फिल्मों से पढ़ा रहे नैतिक शिक्षा का पाठ
गौरव डुडेजा, इटावा रुपहले पर्दे पर करियर बनाने का जुनून लेकर मायानगरी पहुंचा शहर का लाल
गौरव डुडेजा, इटावा
रुपहले पर्दे पर करियर बनाने का जुनून लेकर मायानगरी पहुंचा शहर का लाल अब लघु फिल्मों के निर्माता-निर्देशक के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। अब तक उसकी प्रोडक्शन कंपनी में निर्मित 40 लघु फिल्में देश के 65 हजार से अधिक स्कूलों में दिखाई जा रही हैं। इसके लिए उसने हेमा फाउंडेशन से करार किया। कई फिल्मों का दूरदर्शन पर प्रसारण भी हो चुका है।
इटावा के चौगुर्जी मोहल्ले में रहने वाले सौरभ पालीवाल को बचपन से ही अदाकारी का शौक था। दवा कारोबार से जुड़े पिता अजय कुमार पालीवाल और माता नीरज पालीवाल के मुताबिक वह टीवी देखकर कलाकारों की नकल उतारा करता था। आठ वर्ष पूर्व वह फिल्मी दुनिया में छाने का ख्वाब लेकर मायानगरी पहुंच गया। यहां कुछ सीरियल में भी काम किया लेकिन दिल नहीं लगा। इस पर उसने अपनी प्रोडक्शन कंपनी की स्थापना की। लघु फिल्में बनाई जिन्हें लोगों ने पसंद किया। धीरे-धीरे सफलता मिलती गई। अब तक वह निर्माता-निर्देशक के तौर पर दीनदयाल उपाध्याय व लाल बहादुर शास्त्री सहित विभिन्न महान विभूतियों और सामाजिक स्थितियों पर लघु फिल्में बना चुका हैं, जो स्कूलों में छात्रों को शिक्षित कर रही हैं।
समाज में नैतिकता की कमी
सौरभ पालीवाल ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि फिल्में बनाते समय ख्याल आया कि समाज में नैतिकता की कमी है, लोग डिग्री की ओर भाग रहे हैं लेकिन संस्कारों की तरफ किसी का ध्यान नहीं हैं। इन्हीं सब मुद्दों के साथ हेमा फाउंडेशन से करार किया। तय हुआ कि फिल्में ऐसी बनाई जाएं जिससे छात्र प्रेरित हों और उन्हें नैतिक मूल्यों का ज्ञान हो। दूरदर्शन ने 25 सितंबर 2018 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर बनी फिल्म दीना का प्रसारण किया और दो अक्टूबर 2018 को लाल बहादुर शास्त्री पर बनीं फिल्म नन्हें को प्रदर्शित किया। उन्होंने बताया कि अब तक 40 फिल्मों का निर्माण ¨हदी, इंग्लिश, मराठी, तमिल, तेलगू, मलयालम भाषा में कर चुके हैं। फाउंडेशन इन फिल्मों को निश्शुल्क उपलब्ध कराती है। साथ में एक पुस्तक भी देती है। इटावा के स्कूलों में भी दिखाई जाएगी फिल्म
जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने सौरभ पालीवाल की इस मुहिम का स्वागत किया है। उन्होंने इटावा के स्कूलों में भी नैतिक शिक्षा से जुड़ी फिल्में दिखाने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक राजूराणा सहित सभी प्रधानाचार्यो को निर्देश जारी किए हैं। थिएटर से मिला मुकाम
सौरभ पालीवाल ने बताया कि बारहवीं की पढ़ाई के दौरान ही दिल्ली के एक थिएटर से जुड़ गया था। कर्म क्षेत्र महाविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद मुंबई में किशोर नमित कपूर स्कूल से एक्टिंग का कोर्स किया। वहां रजा मुराद ने अदाकारी से गुर सिखाए। इसके बाद काम शुरू कर दिया।