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तेज हवा के साथ बारिश से बढ़ी सिहरन

बीती तेज हवा के साथ सुबह तक 15 एमएम बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। तापमान में गिरावट हुई इससे सुबह न्यूनतम 14 तो दोपहर में अधिकतम 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Nov 2019 10:06 PM (IST)Updated: Sat, 30 Nov 2019 06:06 AM (IST)
तेज हवा के साथ बारिश से बढ़ी सिहरन
तेज हवा के साथ बारिश से बढ़ी सिहरन

जागरण संवाददाता, इटावा : बीती तेज हवा के साथ सुबह तक 15 एमएम बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। तापमान में गिरावट हुई इससे सुबह न्यूनतम 14 तो दोपहर में अधिकतम 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कई स्थानों पर ज्यादा बारिश होने से बच्चों को विद्यालय जाना मुसीबत का सबब बन गया। शादी सहालग की विशेष तिथि होने से शादी समारोह में व्यवधान पड़ा जबकि बिजली गिरने से एक भैंस की मौत हो गई तथा एक महिला घायल हुई। विद्युत आपूर्ति भी प्रभावित हुई। हवा चलने से वातावरण में सर्दी की सिहरन बढ़ गई। बारिश में सबसे बुरा हाल स्कूली बच्चों का था, अभी भी कई निजी स्कूल सुबह आठ बजे खुल रहे हैं, इससे अधिकतर बच्चे वाहनों में होने के बावजूद सर्दी से ठिठुरते और नाक पोंछते देखा गया। बारिश से सड़कों कई जगह जलभराव हो गया, कच्ची पटरी पर मिट्टी से फिसलन होने पर लोगों का पैदल चलना दुश्वार बना हुआ था। जबकि कई दोपहिया वाहन सवार फिसलकर चुटहिल हुए। भारी वाहन तो इस दौरान ढाबों पर ही खड़े नजर आए। सुबह 10 बजे सूर्यदेव प्रकट हुए तब कुछ राहत मिली शाम होते ही सर्दी की सिहरन बढ़ गई। शादी समारोह का उत्साह पड़ा ठंडा गुरुवार को शादी का विशेष सहालग होने से समूचे जनपद में चारों ओर शादी समारोह आयोजित किए गए है। बारिश होने से शादी समारोह में धूमधड़ाका करने वालों का उत्साह ठंडा पड़ गया। अन्य व्यवस्थाओं के साथ कई लोगों को शादी समारोह के दौरान अलाव जलवाने की भी व्यवस्था करते देखा गया। सार्वजनिक स्थलों पर बुरा हाल कड़ाके की सर्दी का कहर होने से सार्वजनिक स्थलों में रेलवे, बस स्टेशन तथा अन्य निजी वाहनों के स्टैंडों के साथ कचहरी आने वाले लोगों को सर्दी की सिहरन महसूस हो रही थी। स्टेशन के प्लेटफार्मों पर कई जगह पानी टपकने से यात्रियों को और ज्यादा सर्दी महसूस हो रही थी। बीएसए कार्यालय के सामने लगाया गर्म कपड़ों का तिब्बत शरणार्थी बाजार का कच्चा परिसर दलदल में परिवर्तित हो गया। अंडरब्रिजों में जलभराव रेलवे हो या हाईवे अथारिटी सभी ने अधिकांश अंडर ब्रिज सड़क के धरातल से नीचे बना दिए हैं। जिससे बारिश होने पर उनमें एक से दो फीट तक पानी भरा नजर आता है। मैनपुरी रेलवे क्रासिग, शहर में ग्वालियर-बरेली हाईवे पर भरथना चौराहा के समीप तथा उदयपुरा के पास डीएफसीसी का अंडर ब्रिज यही हालात नजर आए। इन दोनों पुलों में हाल ही में किया गय पेचवर्क क्षतिग्रस्त होकर गड्ढों में परिवर्तित हो गया। किसानों के लिए वरदान उप निदेशक कृषि एके सिंह का कहना है यह बारिश रबी की फसल के लिए वरदान साबित होगी। नहरों के बंद होने से किसान सिंचाई के लिए परेशान थे, इस बारिश से बोवाई के लिए खेत दो-तीन दिन में तैयार हो जाएंगे। जिन किसानों ने पखवारे पूर्व गेहूं, सरसों, चना तथा अन्य जिसों की फसल तैयार कर रहे है उनके खेतों में पर्याप्त नमी हो गई है। इससे यह बारिश किसानों के लिए वरदान साबित हुई।

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