सीवर लाइन ने बिगाड़ी गलियों की सूरत, ठोकर खाते राहगीर
????? ????????? ????? ????? ??????? ?? ??????? ?? ??? ?? ???? ?? ????????? ?? ??? ?? ?? ??????? ?? ???? ?????? ?? ?? ??? ???? ??? ????? ??????? ????? ???? ?????? ????? ?? ??? ???? ???? ??? ??? ????? ???? ???? ?? ??? ?????? ?? ???? ??? ??? ????? ??? ?? ?????? ????? ???? ???? ????
जागरण संवाददाता, इटावा : नखासा मोहल्ले के वाशिदो के लिए एक बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि मोहल्ले की सीसी गलियों को दो बार खोदा गया, लेकिन संबंधित विभाग उनकी मरम्मत कराना ही भूल गया। पहले चरण में पेयजल पाइप लाइन के लिए गलियों को खोदा गया तथा आंशिक रुप से मरम्मत कराके छोड़ दिया गया। इसके बाद दूसरे चरण में सीवर लाइन के कनेक्शन के नाम पर गलियों को खोदा गया, उसके बाद भी मरम्मत के नाम पर मात्र खानापूर्ति कर दी गई। जो आज परेशानी का सबब बन गई है। तंग गलियों में वैसे भी निकलने का पर्याप्त रास्ता नहीं था, लेकिन खुदी व ऊंची नीची गलियों ने आम लोगों के लिए और परेशानी खड़ी कर दी। वार्ड का नाम - नखासा आबादी तकरीबन 20 हजार वार्ड का इतिहास नखासा शहर का प्राचीन वार्ड है। ऐतिहासिक तलैया मैदान के रास्ते जब नखासा में प्रवेश करते हैं तो आलीशान कोठियां नजर आ जाती हैं। वार्ड के इस भाग में वकील, शिक्षक, राजनेता, व्यापारी व दैनिक कारोबारी के साथ चिकित्सक भी निवास करते हैं। इस मोहल्ले में मकान बनाना पहले गर्व का परिचायक था, लेकिन अब यह बातें पुरानी हो गई हैं। वार्ड की प्रमुख समस्याएं : तंग गलियां जो जर्जर हालत में हैं
जलनिगम पाइप लाइन डाल कर भूल गया मरम्मत कार्य
नालियों के रास्ते बहती गंदगी
लोगों ने चुपके से चालू कर रखे जल प्रवाहित शौचालय नगर पालिका को बनानी चाहिए गलियां नगर के इस वार्ड की गलियां कई वर्ष से जर्जर पड़ी हुई हैं। जल निगम ने इनको खोद के डाल दिया, लेकिन मरम्मत कराना ही भूल गया। विभाग की यही भूल आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। याद राम राजपूत जल निगम ने गलियों को दो बार खोदा, सीवर लाइन के कनेक्शन किए लेकिन गलियों की मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति ही की, जिससे गलियां जगह-जगह धसक गईं, इन गलियों से वाहन लेकर निकलना आसान काम नहीं रहा है। रमाशंकर मोहल्ल में सफाई तो ठीक रहती है, बिजली भी ठीक मिल रही है, लेकिन ऊबड़-खाबड़ गलियां आवागमन में बाधक बनी हुई हैं। कई बार तो लोग वाहन सहित गड्ढों में गिर कर घायल भी हो चुके हैं। गलियां दुरुस्त हो जाएं तो राहत मिल सकती है। हैपी दीक्षित एक ओर नगर पालिका स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम चला रही है, वहीं मोहल्ले के कुछ लोगों ने योजना को पलीता लगाते हुए घरों में चुपके से जलवाहित शौचालय बना रहे हैं जो पानी से नाली में बहा कर गंदगी करते रहते हैं। पालिका को इस ओर ध्यान देना चाहिए। अजय दुबे नखासा की गलियों को नगर पालिका द्वारा सीसी बनवाया गया था, अगर जलनिगम ने खोद दिया है और नहीं बनवाया है तो संबधित विभाग को पत्र लिख कर गलियों की मरम्मत कराने के लिए कहा जाएगा। अनिल कुमार, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद