राह देखते खंडहर होने लगे सरकारी आवास
संवाद सहयोगी, ऊसराहार (इटावा) : करोड़ों रुपये की लागत से बने सरकारी आवासों में अराजक
संवाद सहयोगी, ऊसराहार (इटावा) : करोड़ों रुपये की लागत से बने सरकारी आवासों में अराजक तत्वों का डेरा जम रहा है। एक तरफ गरीब परिवार एक छत के लिए जीवन भर तरसते हैं वहीं दूसरी तरफ ताखा तहसील में करोड़ों रुपये की लागत से तैयार हुए आवासों में रहने के लिए कर्मचारी और अधिकारी तैयार नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए गये आवासों में कभी कोई कर्मचारी रहने ही नहीं आया। ऐसे में समय की मार से आवास खंडहर होने लगे हैं। ताखा तहसील में कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों के रहने के लिए आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे के नजदीक भरथना-ऊसराहार मार्ग पर 9 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से आवास बनाए गये हैं। बहुमंजिला आवासों में लेखपाल, कानूनगो एवं तहसील के अन्य कर्मचारियों के लिए कई तरह के आवास तैयार किए गये हैं। साथ ही उप जिला अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार आदि के लिए भी अवास बनाए गये परंतु इनमें रहने के लिए अधिकारी-कर्मचारी तैयार नहीं हैं। यदा-कदा अधिकारी कर्मचारी इन भवनों में एक दो रात बिताने आ जाते हैं परंतु ज्यादातर आवासों में आज तक कोई रहने नहीं आया है। जबकि शासन ने यहां पानी की टंकी, बिजली व्यवस्था, सोलर लाइट, सड़क आदि का इंतजाम किया हुआ है। इसी तरह विकास खंड कार्यालय पर भी दर्जनों की संख्या में बहुमंजिला आवास तैयार किए गए हैं। हालांकि अभी इनका हस्तांतरण नहीं हुआ है परंतु पहले भी जो आवास बने हुए थे उनमें भी चौकीदार के अलावा कोई कर्मचारी रहने नहीं आया है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ऊसराहार पर कर्मचारियों चिकित्सकों के लिए दर्जनों आवास बनाए गये थे। बनने के बाद से इनमें भी कोई रहने के लिए नहीं आया है। ये आवास अब खंडहर हाल हो चुके हैं और अराजक तत्व इनमें डेरा जमाते हैं। इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. अवधेश यादव कहते हैं कि कर्मचारियों की कमी के कारण आवासों में कोई रहने नहीं आया है। यह किस अवस्था में हैं, इसकी जांच की जाएगी। उपजिलाधिकारी ताखा सत्यप्रकाश ने बताया कि तहसील आवासों का हस्तांतरण अभी कुछ दिन पहले ही हुआ है। शीघ्र ही आवासों में निवास के लिए निर्देश दिए जाएंगे। आवासों का क्रॉस सत्यापन शुरू
महेवा : उपजिलाधिकारी भरथना नंद प्रकाश मौर्य के निर्देशन में तहसील क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में लेखपालों ने प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची का भौतिक सत्यापन शुरू किया। पूर्व में ब्लॉक द्वारा प्रेषित सूची का सत्यापन नोडल अधिकारियों द्वारा किया गया था ¨कतु शिकायतें आने के कारण क्रॉस चे¨कग तहसील द्वारा की जा रही है। इसी क्रम में महेवा लेखपाल महेश बाबू गोयल, सुनवर्षा अजय यादव, राहतपुर पंकज यादव आदि ने घर-घर जाकर वास्तविक स्थिति का आंकलन किया। महेवा सदर लेखपाल महेश गोयल ने बताया कि जांच में कई ग्रामों में दो जगह नाम व अपात्र सामने आ रहे हैं। सही रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित की जाएगी। संसू