गरीब के आशियाने पर बारिश बनी कहर
संवादसूत्र, ऊसराहार : गरीब के आशियाने पर बारिश कहर बनी तो पूरा कच्चा मकान धराशाई ह
संवादसूत्र, ऊसराहार : गरीब के आशियाने पर बारिश कहर बनी तो पूरा कच्चा मकान धराशाई हो गया। परिवार के 5 सदस्यों के साथ गरीब मजदूर खुले आसमान में रात गुजार रहा है।
वैसे तो सरकार की मंशा के अनुसार प्रत्येक ग्राम पंचायत में गरीबों को ही चयनित कर आवास देने का पैमाना तय किया गया है लेकिन सही बात यह है कि जो वास्तव में गरीब है उसे आवास मिल पाना बिल्कुल ही नामुमकिन है क्योंकि जिस तरह आवासों के आवंटन में धनबल का खेल चल रहा है उस खेल में मध्यम वर्गीय परिवार के लोग ही आवास पा जाते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण विकास खंड की ग्राम पंचायत ताखा के तमोरी गांव में आपको देखने को मिल जाएगा। इस गांव में रहने वाले लालाराम के साथ दो लड़के और एक लड़की के साथ 5 सदस्य मिलकर एक कच्चे मकान में दशकों से रह रहे हैं। पिछले दिन हुई बारिश में उनके कच्चे मकान में जो भी कमरे बने थे सभी धराशाई हो गए। हालत यह हो गई कि पूरे परिवार के सदस्य खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गए। लालाराम किसी तरह लकड़ियों की एक झोपड़ी डालकर अपने बच्चों को किसी तरह लगातार हो रही बारिश से बचा रहा है। ऐसा नहीं है कि लालाराम ने आवास पाने के लिए प्रयास न किया हो लालाराम के पास बरसों पहले बीपीएल का राशन कार्ड भी था लेकिन नई सूची में उसका यह हक भी जाता रहा। लालाराम राशन डीलर के कई चक्कर लगा चुका है लेकिन उसका पुन: बीपीएल का कार्ड नहीं बन पाया। लालाराम ने जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा कि उसके घर का किसी भी समय निरीक्षण करा लिया जाए उसका पूरा परिवार खुले आसमान के नीचे रह रहा है। दो मकान गिरे
महेवा : बारिश थमने के बाद निकली तेज धूप में कच्चे घरों के गिरने का सिलसिला जारी रहा। क्षेत्र के ग्राम अहेरीपुर में रिजवाना बेगम पत्नी करीम खान का कच्चा मकान भरभराकर गिर गया जिसमें एक बकरी भी दब गयी वहीं परिवार 3 छोटे-छोटे बच्चों के साथ खुले में रहने को मजबूर है। निवाड़ी खुर्द में किसान विमल त्रिपाठी पुत्र शिवराम का मकान भी तेज धूप निकलते ही गिर गया जिसमें कुटी मशीन सहित काफी सामान दबकर नष्ट हो गया। लोगों ने दैवीय आपदा से सहायता देने की मांग की है।