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कोरोना पांच.. कोविड अस्पताल में लगेगा ऑक्सीजन कन्सेनट्रेटर

जागरण संवाददाता इटावा जिला अस्पताल में स्थापित एमसीएच विग के कोविड-19 अस्पताल में मरीजों के

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Apr 2021 05:26 PM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 07:03 PM (IST)
कोरोना पांच.. कोविड अस्पताल में लगेगा ऑक्सीजन कन्सेनट्रेटर

जागरण संवाददाता, इटावा : जिला अस्पताल में स्थापित एमसीएच विग के कोविड-19 अस्पताल में मरीजों के ऑक्सीजन घनत्व को बढ़ाने के लिए ऑक्सीजन कन्सेनट्रेटर लगाए जा रहे हैं। 30 बेडों पर बुधवार को इन्हें लगाने की कवायद शुरू हो गई। इससे हवा में मौजूद ऑक्सीजन उपलब्ध होगी। सीएमओ डॉ. एनएस तोमर ने बताया कि हवा में करीब 20 फीसद ऑक्सीजन होती है। ऑक्सीजन कन्सेनट्रेटर मशीन की मदद से इस ऑक्सीजन को लिया जाएगा और मरीज के बेड तक ले जाकर उसके ऑक्सीजन के घनत्व को बढ़ा दिया जाएगा। इससे सिलिडर का लोड कम हो जाएगा।

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उन्होंने बताया कि अभी रोजाना करीब 15 ऑक्सीजन सिलिडर की जरूरत पड़ रही है। इससे मरीजों को सुविधा होगी और 24 घंटे ऑक्सीजन मिल सकेगी। क्वारंटाइन सेंटर बनना शुरू सीएमओ ने बताया कि जनपद में क्वारंटाइन सेंटर बनाने शुरू कर दिए गए हैं। शहर में सुंदरपुर रोड पर स्थित रैन बसेरा को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है जबकि ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत भवन या स्कूल को क्वारंटाइन सेंटर बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं। जांच टीमों को यह निर्देश दिया गया है कि रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड पर लक्षण वाले मरीजों को वे क्वारंटाइन सेंटर में भेजें। बिना लक्षण वाले मरीजों को उनके घर भेजा जाएगा। रेमडेसिविर का विकल्प आया सीएमओ ने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के विकल्प के लिए नए स्टेरॉयड प्रयोग किए जा रहे हैं। मिथाइलप्रीप्रेडिनीसॉल व डेक्सामेथासोन की गोलियां व इंजेक्शन का प्रयोग शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जो मरीज एमसीएच विग में भर्ती होंगे उन्हें इसकी गोलियां व इंजेक्शन उपलब्ध कराए जाएंगे। 100 इंजेक्शन व गोलियां खरीदने के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि स्वस्थ व्यक्ति का ऑक्सीजन लेबल 100 होना चाहिए। 98 को भी ठीक माना जाता है। एमसीएच विग में 50 लेबल तक के मरीज भर्ती हैं। इसके नीचे के मरीजों को सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजा गया है। सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी का अस्पताल फुल सीएमओ ने बताया कि सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी का अस्पताल फुल हो गया है। यहां पर 158 बेड की एल-3 हॉस्पिटल की क्षमता है। बुधवार को जिला अस्पताल से एक मरीज सैफई के लिए रेफर किया गया था वहां जगह न मिलने की वजह से वह वापस आ गया। उसे अब एमसीएच विग में ही भर्ती किया गया है। मरीजों का इलाज एमसीएच विग में ही किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम की बैठक में जिलाधिकारी श्रुति सिंह ने मेडिकल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को निर्देश दिए हैं कि एल-2 का 200 बेड का एक अस्पताल और शुरू किया जाए, इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। जल्द ही यह शुरू हो जाएगा। सैफई में सामान की कमी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सामान की खरीद वहां पर बनी हुई कमेटी द्वारा की जा रही है।


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