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चंबल में छोड़ा गया डेढ़ लाख क्यूसेक पानी

राजिस्थान क्षेत्र में अधिक बरसात के कारण ओवर फ्लो होते कोटा बैराज बांध से लगातार पानी छोड़े जाने को लेकर चम्बल नदी में बाढ़ की आशंका से आगे भी इनकार नहीं किया जा सकता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Sep 2019 09:53 PM (IST)Updated: Thu, 26 Sep 2019 06:24 AM (IST)
चंबल में छोड़ा गया डेढ़ लाख क्यूसेक पानी
चंबल में छोड़ा गया डेढ़ लाख क्यूसेक पानी

संवाद सूत्र, उदी : राजस्थान में अधिक बरसात के कारण ओवर फ्लो होते कोटा बैराज बांध से लगातार पानी छोड़े जाने को लेकर चंबल नदी में बाढ़ की आशंका से आगे भी इन्कार नहीं किया जा सकता है। बांध से रविवार को पुन: डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना के बाद से चंबल नदी के मंगलवार तक जलस्तर में बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि केंद्रीय जल आयोग केंद्र चंबल नदी स्थल प्रभारी शहजादे खान द्वारा अभी हाल में आयी अधिकतम बाढ़ तक जलस्तर के पहुंचने की संभावनाओं से इन्कार किया गया है। स्थल प्रभारी ने बताया कि शुक्रवार को बांध से छोड़े गए एक लाख क्यूसेक पानी के चलते रविवार से सोमवार प्रात: तक लगभग दो से ढाई मीटर जलस्तर बढ़ने के साथ सोमवार को प्रात: 117.76 मीटर पहुंचकर स्थिर हो गया है। जो कि एक बजे के बाद से धीमी गति से बढ़ना शुरू हो गया। रविवार को पुन: छोड़े गए पानी के चलते मंगलवार से तेजी के साथ जलस्तर बढ़ सकता है। उन्होंने बताया कि बांध से लगातार पानी छोड़ा अवश्य जा रहा है लेकिन एक साथ अधिक मात्रा में पानी को नहीं छोड़े जाने से चंबल नदी के जलस्तर का अभी खतरे के निशान 122 मीटर तक पहुंचने की कोई संभावना नहीं है। सोमवार शाम 6 बजे चंबल नदी का जलस्तर 117.90 मीटर दर्ज किया गया है। ज्ञात हो कि चंबल नदी में अधिक बाढ़ आने के चलते यमुना नदी के जलस्तर में भी दबाव के कारण बढ़ोतरी होती है जैसा कि पूर्व में चंबल की अधिकतम बाढ़ के कारण यमुना नदी का जलस्तर भी बढ़ते हुए खतरे के निशान को पार कर गया था तथा जिसके कारण क्षेत्र के कई ग्रामों में पानी के घुसने से कोई जनहानि तो नहीं हुई लेकिन फसलों का भारी नुकसान हुआ है। चंबल नदी में बाढ़ की आशंका को लेकर यमुना नदी के किनारे बसे ग्राम के लोग भी काफी भयभीत नजर आते हैं जो कि स्वाभाविक भी है। लेकिन अभी इन सभी आशंकाओं को नकारते हुए केंद्रीय जल आयोग केंद्र यमुना नदी स्थल प्रभारी प्रेम कमल के अनुसार सोमवार प्रात: तक लगातार जलस्तर गिरने के साथ 115.96 मीटर पर स्थिर हो गया था जो कि पुन: धीमी गति से बढ़ते हुए शाम 4 बजे 115.98 मीटर दर्ज किया गया है। यमुना नदी के जलस्तर के बढ़ने में चंबल नदी के पानी आने के अलावा अभी कोई संभावना नहीं है।

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