अब घर बैठे ऑनलाइन दर्ज होगी वरासत
जागरण संवाददाता, इटावा : अभी तक विरासत दर्ज कराने के लिए तहसील से लेकर लेखपाल तक चक्कर ल
जागरण संवाददाता, इटावा : अभी तक विरासत दर्ज कराने के लिए तहसील से लेकर लेखपाल तक चक्कर लगाने पड़ते थे। अब डिजिटल इंडिया के तहत घर बैठे ऑनलाइन ही विरासत दर्ज हो जाएगी। इस प्रक्रिया में मोबाइल नंबर दर्ज कराते ही पासवर्ड मिलेगा। इसके बाद स्क्रीन पर फॉर्म खुल जाएगा। फॉर्म भरने के बाद संबंधित तहसील के कंप्यूटर में फीड होगा। उसके पश्चात प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। विरासत दर्ज हुई है या नहीं इसकी पूरी रिपोर्ट मोबाइल नंबर पर मैसेज में आ जाएगी।
वर्तमान दौर में आम जनमानस को अपना उत्तराधिकार यानी विरासत दर्ज कराने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। सरकार ने आरसी प्रपत्र-9 के तहत राजस्व संहिता की धारा 33-1 के अंतर्गत उत्तराधिकार दर्ज कराने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराने की व्यवस्था कर दी है। इसके तहत कंप्यूटरीकृत सिस्टम या इंटरनेट से जुड़े मोबाइल फोन पर बीओआर.यूपी.एनआइसी.इन दर्ज करते ही मोबाइल नंबर दर्ज करने का पेज खुलेगा। इसके बाद वन टाइम पासवर्ड मिलेगा। इसे दर्ज करने पर पंजीयन फॉर्म खुलेगा। इसमें सभी उत्तराधिकारियों का नाम दर्ज करना होगा। इसके बाद संबंधित तहसील कार्यालय के कंप्यूटरीकृत सिस्टम में दर्ज होगा। वहां से संबंधित लेखपाल के पास पहुंचेगा। इसके कुछ दिनों बाद इसी सिस्टम से आपके मोबाइल पर रिपोर्ट का मैसेज आएगा। सही डाटा पाए जाने पर विरासत दर्ज कर ली जाएगी, यदि कोई खामी है तो उसकी विस्तार से रिपोर्ट मिलेगी। इससे विरासत दर्ज कराने वालों को अब तहसील से लेकर लेखपाल तक चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
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जनता को मिलेगी सुविधा
विरासत दर्ज कराने में वर्तमान दौर में कोई दिक्कत नहीं है। अगस्त तक जनपद की सभी तहसीलों में विरासत दर्ज कराने का कोई मामला शेष नहीं है। कुछ मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं, उनमें न्यायालय के आदेशानुसार कार्यवाही होगी। ऑनलाइन सिस्टम से विरासत दर्ज होने से जनता को और अधिक सुविधा प्राप्त होगी।- जितेंद्र कुमार कुशवाहा, अपर जिलाधिकारी।