अब तो आलू ने भी पकड़ ली मंहगाई की राह
आलू ने भी अब मंहगाई की राह पकड़ ली है अन्य सब्जियां तो पहले से ही मंहगी बिक रहीं हैं। त्योहारों के सीजन में आलू पर बढ़ती मंहगाई लोगों की मुसीबतें बढ़ा रही है।
संवादसूत्र, बकेवर : आलू ने भी अब मंहगाई की राह पकड़ ली है, अन्य सब्जियां तो पहले से ही मंहगी बिक रहीं हैं। त्योहारों के सीजन में आलू पर बढ़ती मंहगाई लोगों की मुसीबतें बढ़ा रही है। नया आने के बाद ही आलू के कुछ सस्ते होने की उम्मीद जताई जा रही है लेकिन मौसम की मार से नए आलू के उत्पादन में अभी काफी समय लगेगा।
बीते सप्ताह तक 4-5 रुपये प्रति किलो बिकने वाला आलू अब बाजार में 15 से 20 रुपये किलो बेचा जा रहा है। इसमें अच्छी क्वालिटी का चिपसौना व पहाड़ी आलू के रेट सबसे अधिक 25 से 30 रुपये है। थोक में आलू 60 से 70 रुपये प्रति पांच किलो मंडी में बिक रहा है। आलू में 5 से 10 रुपये प्रति किलो का उछाल आया है। आलू की बढ़ती कीमतें भी लोगों के लिए परेशानी पैदा कर रही हैं। बताते हैं कि त्योहारों के सीजन में आलू अक्सर मंहगा हो जाया करता है। इसे अधिकतर लोग उपवास के दौरान भी प्रयोग करते हैं। अन्य सब्जियों में भिडी, तोरई, अरबी, परबल आदि पहले से ही मंहगे बिक रहे हैं। एक आलू ही बचा था जो लोगों को सहारा दे रहा था। आलू अढ़तिया बबलू राईन बताते हैं कि मंडी में ही आलू के रेट बढ़े हुए हैं। बाहर से आलू कम आने के कारण कीमतें बढ़ती जा रही हैं। नया आलू आने तक और ज्यादा महंगा होगा। गृहणी नीतू का कहना है कि सब्जियों की बेतहाशा महंगाई से सभी परेशान हैं।