दस करोड़ खाते में फिर भी आशा व धात्री को भुगतान नहीं
जागरण संवाददाता इटावा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा चलाई जा रही योजनाएं जिले में लागू नहीं ह
जागरण संवाददाता इटावा : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा चलाई जा रही योजनाएं जिले में लागू नहीं हो पा रहीं हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी के अधिकार क्षेत्र में संचालित योजनाओं को धन अवमुक्त नहीं किए जाने से योजनाओं को पंख नहीं लग सके हैं। यह हालत तो तब है,जब सीएमओ के पास तकरीबन 10 करोड़ की धनराशि बजट में पड़ी हुई है।
भारत सरकार की ओर से पहला बच्चा जनने वाली ग्रामीण महिला को 1400 रुपया तथा शहरी क्षेत्र की महिला को एक हजार की धनराशि के साथ ही प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत इसके अतिरिक्त पांच हजार की सहायता देय की गई है। वंदना योजना को लागू हुए डेढ़ वर्ष बीत गया बावजूद इसके बावजूद 200 लाभार्थियों को अभी तक इसका लाभ नहीं मिला है।
जनपद में कार्यरत तकरीबन एक हजार से अधिक आशाओं को भी बीते कई माह से मानदेय नहीं मिला। अधिकारियों व कर्मचारियों को वाहन भत्ता तथा कई विभागों के लिए दवाएं नहीं खरीदी जा रहीं हैं।
बीते दिनों निरीक्षण पर आईं कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने भी इस मद में भुगतान किए जाने की देरी पर नाराजगी जताते हुए वंदना योजना के तहत पात्र महिलाओं को भुगतान कराने के निर्देश दिए थे। बावजूद इसके अभी भी दर्जनों महिलाएं भुगतान के लिए चक्कर लगा रहीं हैं। ऐसी ही महिला चांदनी, सुप्रिया ने बताया कि उनको पहला प्रसव हुए तकरीबन डेढ़ साल से अधिक समय बीत चुका है फिर भी योजना के तहत भुगतान नहीं किया गया।
एनएचएम का तकरीबन 10 करोड़ रुपया है। इस धन ने विकास योजनाओं के साथ आशाओं का मानदेय, वंदना योजना की पात्र महिलाओं का भुगतान किया जाना है। जल्द ही यह भुगतान कर दिया जाएगा। कुछ जांचों के चलते अभी तक भुगतान नहीं हो सका था।
डा. एके अग्रवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी