एकाकी जीवन दे रहा मनोरोग का दंश
जासं इटावा कोरोना संकट काल में जनमानस को अनेक तरह की समस्याओं का सामना करना पड़
जासं, इटावा : कोरोना संकट काल में जनमानस को अनेक तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। तनाव, एकाकीपन, नकारात्मक विचार एवं भावनाएं, कमजेार होती सामाजिक व्यवस्था और तेजी से आ रहे बदलाव के कारण मनोरोग की शिकायतें बढ़ रही हैं। कोरोना काल में अकेले रहने वालों के लिए यह एक विकट समस्या बन गई है। इसका उपचार अब संभव है। यह कहना है मनोरोग के सलाहकार एवं जिला अस्पताल के कोआर्डीनेटर दिलीप कुमार चौबे का। वह ओपीडी शुरू होने पर मनोरोगियों को बचाव व उपचार के तरीके बता रहे थे। उन्होंने कहा कि आज के घोर प्रतिस्पर्धा और अर्थ आधारित व्यवस्था में संतुलन बनाए रखना मुश्किल हो गया है। तेजी से हो रहे सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक दबाव के कारण, मानसिक एवं दैहिक बीमारियों में वृद्धि हो रही है। आर्थिक गतिविधियों व और रोजगार के तौर तरीकों में आए बदलाव के कारण लोगों को सामाजिक अलगाव और बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है। शहरीकरण और संयुक्त परिवारों के बिखराव और युवाओं के रोजगार की तलाश में गांव से बाहर जाने के कारण मानसिक समस्याएं बढ़ रही हैं। हमें नीम हकीम से बचकर सरकारी अस्पताल में ही उपचार कराना चाहिए। मनोरोग की ओपीडी सोमवार, मंगलवार और बुधवार को जिला अस्पताल में होती है।