अपराधों में आरोपित किशोर अब नहीं जाएंगे जनपद से बाहर
जागरण संवाददाता इटावा जनपद के किशोर आरोपितों को अभी तक फर्रुखाबाद या अन्य जिलों में स्थि
जागरण संवाददाता, इटावा : जनपद के किशोर आरोपितों को अभी तक फर्रुखाबाद या अन्य जिलों में स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह में भेजा जाता था। जनपद में सरकारी भवन स्थापित होने से अब ऐसे विचाराधीन आरोपितों को यहीं रखने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही कानपुर मंडल के अन्य कई जिलों के ऐसे 50 आरोपितों को इस गृह में रखा जाएगा। इनको रखने के लिए संप्रेक्षण गृह में समुचित व्यवस्थाएं करने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
आपराधिक मामलों में आरोपित होने वाले किशोरों को कुछ ही दिनों बाद बाहर के जिलों में स्थित संप्रेक्षण गृहों में नहीं जाना पड़ेगा। अभी तक महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं के लिए संवासिनी गृह, संप्रेक्षण गृह तथा सजा पाने वाले किशोरों के लिए विशेष सुधार गृह किराए के भवनों में बनाने जाते रहे। इससे अक्सर असुरक्षा का माहौल रहता था। इस विभाग ने जनपद में सरायएसर के पास एक ही परिसर में इन तीनों भवनों का निर्माण कराया है। इन सभी के अलग-अलग हॉल और कमरों का निर्माण कराया गया है। संवासिनियों और किशोरों को जो सुविधाएं मिलनी चाहिए उन सभी की व्यवस्था की गई है। संवासिनी और विशेष गृह संचालित कर दिए गए है। इसके तहत 22 संवासिनी तथा तीन बच्चे जबकि विशेष गृह में सजा पा चुके चार किशोर रह रहे हैं। अब संप्रेक्षण गृह की व्यवस्थाएं दुरस्त करने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। इससे जल्द ही संप्रेक्षण गृह में विचाराधीन आरोपित किशोर रहने लगेंगे। इससे विचाराधीन किशोरों के मामलों की सुनवाई यहां जल्द होने लगेगी।
--------------------
आपराधिक मामलों में आरोपित होने वाले किशोरों के लिए संप्रेक्षण गृह की व्यवस्थाएं दुरस्त कराई जा रही है। संप्रेक्षण गृह में 50 किशोरों को रखने की क्षमता है। कानपुर मंडल के जिलों के विचाराधीन किशोरों को इस गृह में रखा जाएगा।
प्रशांत कुमार सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी