पथरी से बचने के लिए अधिक पानी पीएं
दैनिक जीवन में बदलता खान-पान अनेक तरह की बीमारियों का कारण बन रहा है। आम लोगों को हर दिन अपनी जरूरत के मुताबिक पानी पीना चाहिए।
जागरण संवाददाता, इटावा : दैनिक जीवन में बदलता खान-पान अनेक तरह की बीमारियों का कारण बन रहा है। आम लोगों को हर दिन अपनी जरूरत के मुताबिक पानी पीना चाहिए। कम पानी पीने से ही पथरी की बीमारियां बढ़ रही हैं। इसके साथ ही लोग आरओ का पानी पीने में ज्यादा विश्वास रखते हैं, जबकि आरओ का पानी खास फायदेमंद नहीं है। सेहत के लिए सबमर्सिबल का पानी सबसे अधिक लाभदायक होता है। मनुष्य को 100 टीडीएस से नीचे का पानी नहीं पीना चाहिए, यह नुकसानदायक होता है। बीमारी का कारण जो लोग सफर के दौरान अथवा घर से बाहर रहने पर पानी साथ नहीं ले जाते अथवा बिना कड़ी प्यास लगे पानी नहीं पीते बीमारी के शिकार हो जाते हैं। इसके साथ ही बहुत सी महिलाएं व बच्चे मिट्टी खाने के शौकीन होते हैं, परिजन उनकी इस आदत पर ध्यान नहीं देते तथा पानी कम पीते हैं तो पथरी की बीमारी के शिकार हो जाते हैं। बीमारी की पहचान शरीर में पथरी की शिकायत होने पर बार-बार पेशाब को जाना पड़ता है। मरीज को खुल कर पेशाब नहीं आता है। पेट अथवा नीचे के हिस्से में हल्का-हल्का तो कभी असहनीय दर्द की शिकायत होती है। इस दर्द को हल्के में नहीं लेना चाहिए। बीमारी से बचाव पथरी की बीमारी से बचने के लिए मनुष्य को शुद्ध पानी पीना चाहिए। बीज वाली सब्जी व फल से परहेज करना चाहिए। टमाटर बैगन, अमरूद व पालक के सेवन से बचाव करना चाहिए। अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए। बीमारी की संभावना होते ही अल्ट्रासाउंड कराना चाहिए, पथरी होने पर तुरंत सर्जन को चेक कराकर दवा लेना चाहिए और डाक्टर की सलाह पर ही आपरेशन कराना चाहिए। डा. पीयूष तिवारी, सर्जन जिला अस्पताल