डुढ़हा गांव में घर-घर बुखार का प्रकोप
संवाद सहयोगी जसवंतनगर क्षेत्र के डुढ़हा गांव में विचित्र बुखार का प्रकोप जारी है। घर-घर
संवाद सहयोगी, जसवंतनगर : क्षेत्र के डुढ़हा गांव में विचित्र बुखार का प्रकोप जारी है। घर-घर में बीमार लोग इसे डेंगू बताकर स्वास्थ्य विभाग को कोस रहे हैं।
उक्त ग्राम निवासी प्रेम सिंह की 12 वर्षीय पुत्री चांदनी पिछले सप्ताह से शिकोहाबाद के किसी प्राइवेट हास्पिटल में इलाज करा रही है। देवेंद्र सिंह की तीन वर्षीय पुत्री कशिश अभी पिछले 15 दिन से बीमार बताई गई। रवि की 25 वर्षीय पत्नी रजनी भी 15 दिन से इटावा के किसी निजी अस्पताल से दवा ले रही हैं। रवि की 18 वर्षीय भतीजी कोमल भी 8 दिन से बुखार से पीड़ित है। 50 वर्षीय विधवा माया देवी पिछले 15 दिन से नगर के एक प्राइवेट चिकित्सक के यहां से दवा ले रही हैं। 80 वर्षीय मेवाराम भी 10 दिन से बुखार से पीड़ित हैं। 48 वर्षीय अजब सिंह ने 8 दिन से बुखार बताया है, उनका बेटा रणविजय जो 6 साल का है वह भी पिछले हफ्ते से बीमार है। 45 वर्षीय बबली का इलाज भी इटावा के प्राइवेट चिकित्सक के यहां से चल रहा है। राकेश की 17 वर्षीय पुत्री रौली अपने घर में चारपाई पर लेटी मिली जो पिछले हफ्ते से ही बीमार चल रही है। वह भी इटावा के किसी चिकित्सक से इलाज करा रही है। अधिकांश बीमार लोग इस बुखार को डेंगू बता रहे हैं। दयाशंकर शाक्य मुखिया ने बताया कि उनकी दो पुत्रवधू 32 वर्षीय रजनीश देवी एवं 29 वर्षीय श्वेता देवी और उनकी 19 वर्षीय बेटी कुसुमलता भी विचित्र बुखार से पीड़ित हैं। उनका इन सबके इलाज में करीब एक लाख रुपया खर्च हो गया है। वीर सिंह भी 8 दिन से बुखार की दवा ले रहे हैं उनकी मां कमला देवी इटावा में भर्ती हैं। पूरे घर के सदस्यों को बुखार था अभी भी आधे लोगों की दवाई चल रही है। मिलाप सिंह शाक्य की 15 वर्षीया पुत्री प्रियंका पिछले 15 दिन से बुखार से पीड़ित है उसका इलाज इटावा के किसी प्राइवेट चिकित्सक के यहां से चल रहा है, उसके परिजन भी डेंगू बुखार बता रहे हैं। अजब सिंह के घर में उनकी पत्नी सहित तीन लोग हफ्ते भर से अपना इलाज करवा रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सैकड़ों की संख्या में लोग बीमार हैं जबकि आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद सरकार ध्यान नहीं दे रही है। प्रधान लक्ष्मी नारायण शाक्य का कहना है कि उनकी ग्राम पंचायत मलाजनी में डेंगू जैसे लक्षणों वाले बुखार के सैकड़ों मरीज हैं और इस कारण मौतों का आंकड़ा आधा सैकड़ा पहुंचने के करीब है। प्रशासन व स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को शीघ्र ध्यान देना चाहिए। अब तक सिर्फ एक स्वास्थ्य शिविर लगाकर खानापूर्ति की गई है। बचाव हेतु उनके स्तर पर एंटीलार्वा का छिड़काव और साफ-सफाई का कार्य लगातार जारी है। क्षेत्र पंचायत सदस्य राम औतार ने बताया कि सिर दर्द व बुखार से गांव के सैकड़ा भर से ज्यादा लोग पीड़ित हैं। इसी कारण डुढ़हा में आठ-नौ लोगों की मौत हो चुकी है। कमलेश कुमार ने अपने परिवार में 7 लोगों को एवं अमृत सिंह ने अपने परिवार में 5 लोगों को डेंगू बुखार से पीड़ित बताते हुए सरकार व स्वास्थ्य विभाग को कोसा है।