लैब में नहीं मिली डेंगू किट, अल्ट्रासाउंड बंद
जागरण संवाददाता इटावा उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव आयुष एवं जनपद के नोडल अधिकारी मुकेश मेश्राम ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ डा. बीआर आंबेडकर जिला अस्पताल का सघन निरीक्षण किया। इस दौरान मरीजों ने अल्ट्रासांउड न होने की शिकायत की। वहीं शौचालय में टूट-फूट एवं अव्यवस्थित देखकर
- फोटो : 21 से 23 जागरण संवाददाता, इटावा : उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव आयुष एवं जनपद के नोडल अधिकारी मुकेश मेश्राम ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ डा. बीआर आंबेडकर जिला अस्पताल का सघन निरीक्षण किया। इस दौरान मरीजों ने अल्ट्रासांउड न होने की शिकायत की। वहीं शौचालय में टूट-फूट एवं अव्यवस्थित देखकर सुधार कराने के निर्देश दिए। लैब के निरीक्षण में डेंगू की किट नहीं मिली तथा जानकारी करने पर आयुष्मान योजना की जानकारी भी सीएमओ नहीं दे सके।
उन्होंने जिला अस्पताल में उमड़ी भीड़ को देखकर कहा कि यहां मरीज तो बहुत आते हैं। उसी अनुपात में सुविधाएं दी जानी चाहिए। उन्होंने डिजीटल एक्स-रे कक्ष में जाकर रजिस्टर चेक किया। कर्मचारियों से व्यवस्था संचालन के बारे में जानकारी ली। इसके बाद वह लैब पहुंचे, जहां पर ब्लड जांच की प्रक्रिया देखी। जब डेंगू किट के बारे में पूछा तो सीएमस व सीएमओ ने बताया कि यहां पर डेंगू के मरीज नहीं हैं। मलेरिया, वायरल व बुखार के मरीज अधिक आते हैं। उन्होंने जब सीएमओ से आयुष्मान भारत योजना की जानकारी की तो वह बगले झांकने लगे। वह शौचालय देखने गए तो सीट आदि टूटी मिली तथा नल टोंटी विहीन मिला।
उन्होंने ब्लड बैंक की व्यवस्थाएं देखी तथा इमरजेंसी वार्ड में जाकर आयुष्मान मित्रों से मिलकर अधिक से अधिक मरीजों को कार्ड देकर उनको उपचार दिलाने की सलाह दी। इस अवसर पर जिलाधिकारी जेबी सिंह, वरिष्ठ पुलिस कप्तान संतोष कुमार मिश्रा, मुख्य विकास अधिकारी राजा गणपति आर, उपजिलाधिकारी सिद्धार्थ के साथ सीएमएस डा. एसएस भदौरिया, सीएमओ डा. अनिल कुमार अग्रवाल व अन्य स्टाफ मौजूद रहा। इन मरीजों से पूछा हाल : एक्सरे कक्ष के बाहर व्हीलचेयर पर बैठे मरीज विनय कुमार निवासी गांधी नगर से पूछा कि एक्सीडेंट कहां हुआ, अस्पताल में आने पर कोई परेशानी तो नहीं हुई।
लैब की खिड़कियों में टूटे कांच देख कर उनको लगवाने के निर्देश दिए। शमसाद खां कटरा शमशेर खां जो लैब में जांच कराने आए थे, उनसे भी परेशानी पूछी। अरविद कुमार अपने पुत्र गौतम को लेकर पहुंचे थे, पेट दर्द रहने से वह अल्ट्रासांउड कराने आए थे, 18 दिन से चिकित्सक न होने से वह परेशान थे, इस पर उन्होंने सीएमएस से कहा कि स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी हैं जब भी कोई चिकित्सक लंबे समय के लिए अवकाश पर जाता है तो डीएम के माध्यम से वैकल्पिक व्यवस्था कराएं। इमरजेंसी में बेड नंबर दो पर राकेश मैनपुरी निवासी डायरिया से परेशान था उपचार करा रहा था, उससे कुशलता पूछी। अस्पताल के आयुष विग में वे नहीं गए। जिससे वहां पर सारी तैयारियां धरी रह गईं।