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सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- प्रदेश में डेढ़ वर्ष में 42 फीसद परिवारों को मिले इज्जतघर

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनका लक्ष्य उत्तर प्रदेश के सभी जिलों को वीवीआइपी जनपद बनाना हैं। जहां पर उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया हों।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 06 Jan 2019 04:31 PM (IST)Updated: Sun, 06 Jan 2019 04:46 PM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- प्रदेश में डेढ़ वर्ष में 42 फीसद परिवारों को मिले इज्जतघर

इटावा, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के हर जिले को सभी सुविधा देने के पक्ष में हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ आज इटावा के नुमाइश मैदान के पंडाल में स्वच्छता प्रहरी सम्मान समारोह में शिरकत कर रहे थे।

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योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनका लक्ष्य उत्तर प्रदेश के सभी जिलों को वीवीआइपी जनपद बनाना हैं। जहां पर उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया हों। उन्होंने कहा कि इटावा जनपद भी वीवीआइपी जनपद रहा है। उनका प्रयास है कि जल्द ही इटावा विकसित जिलों की श्रेणी में आ जाए। यह दुर्भाग्य है कि इटावा कई वर्ष वीवीआइपी जनपद होते हुए भी शासन की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वच्छता अभियान दो अक्टूबर 2014 को प्रारंभ हुआ है। तब यह संदेह जताया गया था कि प्रदेश में यह अभियान कैसे सफल होगा। बीते 70 वर्ष में उत्तर प्रदेश में 58 फीसद परिवारों के पास इज्जतघर थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछले डेढ़ वर्ष में शेष बचे 42 फीसद परिवारों को इज्जतघर मुहैया कराए गए हैं। यह उत्तर प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

उन्होंने केंद्रीय स्वच्छता एवं पेयजल मंत्री उमा भारती की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बेस लाइन सर्वे के बाद 44 लाख परिवारों जो कि छूट गए थे सभी के लिए इज्जतघर बनवाने का बजट जारी कर दिया है। यह कार्य फरवरी माह तक पूरा कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा इज्जतघर न केवल परिवार के सम्मान का प्रतीक है बल्कि नारी गरिमा का भी प्रतीक है। यह बीमारियों से लोगों को बचाता है। हम इससे ग्रसित होने वाली प्रतिभाओं को बचाकर समाज निर्माण में लगाएंगे जो एक समर्थ भारत मिशन का हिस्सा होगी।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां इटावा में बीते तीन वर्ष में 51 हजार इज्जतघर बने वहीं उनकी सरकार में डेढ़ वर्ष में एक लाख 40 हजार इज्जतघर बनाए गए हैं। हमने 8652 आवास ग्रामीण क्षेत्र में व तीन हजार आवास शहरी क्षेत्र में प्रधानमंत्री योजना से उपलब्ध कराए हैं। डेढ़ वर्ष में 55 हजार परिवारों को विद्युत कनेक्शन व 45791 किसानों को 235 करोड़ की ऋण माफी दी गई है। उन्होंने घोषणा की कि इटावा की तीनों विधान सभाओं का समान विकास होगा। वे आम आदमी के जीवन स्तर को ऊंचा उठाएंगे।

केंद्रीय स्वच्छता एवं पेयजल मंत्री उमा भारती ने इटावा जनपद को धन्यवाद देते हुए कहा कि ओडीएफ के बाद अब यहां पर ओडीएफ प्लस व गोवर्धन योजना लागू होगी। इटावा जनपद एक रॉल मॉडल के रूप में उत्तर प्रदेश में स्थापित होगा। यहां पर अन्य जिलों के प्रतिनिधि भी गांवों का भ्रमण करेंगे। उन्होंने बताया कि पूरे देश में नौ करोड़ इज्जतघर बनाए गए हैं। 584 जिले ओडीएफ से कवर हो चुके हैं। देश में अब स्वच्छता का कवरेज 100 फीसद है। उन्होंने घोषणा की कि गंगा के किनारे के सभी गांवों को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है, पांच राज्यों की 1600 ग्राम पंचायतों के चार हजार गांव ओडीएफ हो चुके हैं।

अब यह अभियान यमुना नदी के किनारे बसे गांवों में चलाया जाएगा। गंगा के 25 गांवों को समग्र विकास के लिए चुना गया है। गंगा के किनारे एक करोड़ पौधे इस अभियान के तहत लगाए गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री की तरफ मुखातिब होते हुए कहा कि बुंदेल खंड के साथ पूरे उत्तर प्रदेश के लिए पेयजल योजनाओं के लिए उनका मंत्रालय पूरी मदद करेगा। जब तक विकास के मामले में उत्तर प्रदेश नंबर एक नहीं हो जाता। समारोह को केंद्रीय स्वच्छता एवं पेयजल सचिव परमेश्वरम अय्यर ने भी संबोधित किया।

इस समारोह में परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, सांसद अशोक दोहरे, सदर विधायक सरिता भदौरिया, विधायक सावित्री कठेरिया तथा जिलाध्यक्ष शिव महेश दुबे भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने 100 करोड़ के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया।  


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