कब्जा हटा नहीं,लेखपाल ने कागजों में दिखाया मुक्त
संवाद सूत्र, बकेवर : सरकारी नुमाइंदे प्रशासन को झूठी रिपोर्ट दे शासन एवं प्रशासन को गुमराह ही नहीं क
संवाद सूत्र, बकेवर : सरकारी नुमाइंदे प्रशासन को झूठी रिपोर्ट दे शासन एवं प्रशासन को गुमराह ही नहीं करते बल्कि रसूखदार लोगों से बंधौरी ले उन्हें सरकारी भूमि पर कब्जा दिलाने से नहीं चूकते। ऐसा ही नजारा नगर पंचायत बकेवर में सामने आया है। जहां सरकारी मिलन केंद्र की पड़ी भूमि पर कब्जा बरकरार होने के बाद भी तत्कालीन लेखपाल ने फर्जी रिपोर्ट लगा कर उक्त भूमि को कब्जा मुक्त दिखा कर प्रशासन व शासन को गुमराह कर शासन की मंशा को ठेंगा दिखा दिया। पीड़ित ग्रामीणों ने संबंधित लेखपाल पर कार्रवाई कर मिलन केंद्र की भूमि को कब्जा मुक्त कराने की मांग जिला प्रशासन से की है।
इस संबंध में नगर पंचायत बकेवर के नगला बनी के ग्रामीणों ने गांव के उत्तरी छोर पर सरकारी मिलन केंद्र पर गांव का ही एक दबंग का बरसों से कब्जा करके उक्त भूमि पर फसलें उत्पादित की जा रहीं हैं। गांव के ग्रामीण कृष्णा यादव, संजय, शिवनाथ, राधेश्याम, सहदेव, गिरजाशंकर, हबलदार सहित एक दर्जन से अधिक लोगों ने मुख्यमंत्री के हेल्पलाइन 1076 पर शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके यहां मिलन केंद्र की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा है। जिस पर शिकायतकर्ताओ की शिकायत को नजरंदाज कर प्रशासन को गुमराह कर 29 जनवरी को स्थानीय लेखपाल ने जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी कि उक्त भूमि का सीमांकन कराकर कब्जा मुक्त करा दिया गया है। जब शिकायतकर्ता के मोबाइल फोन पर शिकायत निवारण का मैसेज आया तो उसे स्थानीय लेखपाल की करतूत का पता चला। मौके पर आज भी सरसों और आलू की फसल मिलन केंद्र वाली भूमि पर खड़ी हुई है और लेखपाल ने भूमि को कब्जा मुक्त महज कागजों में मोटी रकम लेकर दिखा दिया।
शिकायतकर्ताओं ने इस करतूत की शिकायत जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे से कर मिलन केंद्र की भूमि को कब्जा मुक्त कराकर तत्कालीन लेखपाल को दंडित किए जाने की मांग की है।
उपजिलाधिकारी भरथना नन्द किशोर मौर्य ने कहा कि मामले की जांच कराकर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के साथ दोषी पाए जाने पर तत्कालीन लेखपाल के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।