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नेटवर्क ध्वस्त होने से शोपीस बनी मशीनें,नहीं मिल रहा राशन

संवादसूत्र, बकेवर : राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से शासन द्वारा ई-पोस मश्

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 07:01 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 07:01 PM (IST)
नेटवर्क ध्वस्त होने से शोपीस बनी मशीनें,नहीं मिल रहा राशन
नेटवर्क ध्वस्त होने से शोपीस बनी मशीनें,नहीं मिल रहा राशन

संवादसूत्र, बकेवर : राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से शासन द्वारा ई-पोस मशीन के माध्यम से राशन वितरण के निर्देश दिए गए। जिसके लिए ग्रामीण क्षेत्र के कोटेदारों को ई-पोस मशीनें भी उपलब्ध करा दीं गईं। लेकिन नेटवर्क ध्वस्त होने से उक्त मशीनें शो पीस बनीं हुईं हैं। राशन न मिलने से कई परिवारों के सामने भुखमरी की समस्या मुंह बाए खड़ी है, तो कुछ पड़ोसियों से उधार राशन लेकर काम चला रहे हैं। ई-पोस मशीन में राशन कार्डधारक की बायोमीट्रिक पहचान होने के बाद राशन देने की व्यवस्था है। जिससे राशन का लाभ पात्र व्यक्तियों को ही मिल सके। साथ ही इस व्यवस्था से राशन की कालाबाजारी भी रुकेगी। जिले के पांच सौ से अधिक राशन डीलरों को ई-पोस मशीन वितरित करने के साथ ही इसकी कार्यविधि का प्रशिक्षण भी दिया गया था। 5 नवंबर से राशन वितरण इसी सिस्टम से होना था। पहले दिन ही ई-पोस व्यवस्था बुरी तरह से धड़ाम हो गई। जिसके बाद बीते दस दिन से लोग राशन पाने के लिए कोटेदारों के चक्कर काट रहे हैं। राशन के सहारे जीवन-यापन करने वाले कई परिवारों के सामने राशन न मिलने से भुखमरी की समस्या आ गई। अंत्योदय कार्डधारकों को 35 किलो राशन मिलता था। जिससे एक माह का गुजारा आसानी से हो जाता था। लेकिन बीते दस दिन से राशन न मिलने पर कई घरों के चूल्हे पड़ोसियों के सहारे जल रहे हैं। दिया गया था प्रशिक्षण ई-पोस मशीन को लेकर जनपद के 558 राशन के ग्रामीण डीलरों को तहसील स्तर पर प्रशिक्षण दिया गया था। यही नहीं दीपावली पर हर हाल में इसी व्यवस्था से राशन बंटना था परंतु इंटरनेट की व्यवस्था सही ढंग से काम न करने के कारण मशीनें नहीं चलीं और राशन नहीं बंट सका जिसके कारण राशन डीलर भी 5 नवंबर से लेकर अब तक परेशान हैं। तहसीलों में हो-हल्ला मचने पर उपजिलाधिकारी ने पूर्व की व्यवस्था के अनुसार ही राशन बंटवा दिया। दिक्कतों को सही कराया जा रहा है जिला पूर्ति अधिकारी विकास कुमार का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जिन स्थानों पर मशीन नहीं चल रहीं हैं वहां पर प्रत्येक ब्लाक पर कंपनी के एक कर्मचारी की तैनाती की गई है। वह गांव गांव जाकर मशीनों को चलवा रहे हैं। कुछ जगह इंटरनेट के नेटवर्क की समस्या है जिसको ठीक कराया जा रहा है। राशन हर हाल में पोस मशीन के माध्यम से ही बंटेगा।

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