स्कूल जाने को एक्सप्रेस-वे पार करते बच्चे
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे बनने के बाद नगला पुती खड़ैता गांव का संपर्क आपस में कट गया इससे इस गांव के बच्चे एक्सप्रेस-वे को रोजाना स्कूल जाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है। हालांकि दूसरी साइड पर पहुंचने के लिए अंडरपास बनाया गया है लेकिन इसकी मुख्य मार्ग से दूरी तीन किमी है।
संवादसूत्र, बरालोकपुर : आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे बनने के बाद नगला पुती, खड़ैता गांव का संपर्क आपस में कट गया इससे इस गांव के बच्चे एक्सप्रेस-वे को रोजाना स्कूल जाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है। हालांकि दूसरी साइड पर पहुंचने के लिए अंडरपास बनाया गया है लेकिन इसकी मुख्य मार्ग से दूरी तीन किमी है। नजदीकी रास्ते की तलाश में अभिभावक अपने बच्चों को एक्सप्रेस-वे को पूरा पार करने के बाद दूसरी साइड पर बनी सर्विस रोड पर छोड़कर आते हैं। सर्विस रोड पर आने वाली बस पर बैठकर बच्चे स्कूल जाते हैं। एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार काफी तेज होती है। नगला पुती के लोग अक्सर ऊपर से ही निकलते हैं। गुरुवार को आदित्य राज, सनी, शिवम तीनों बच्चे अपने पिता के साथ एक्सप्रेस-वे को पार कर रहे थे।