भयानक रूप में चंबल, खतरे के निशान से ढाई मीटर ऊपर पहुंची
चंबल नदी में शनिवार से ही लगातार पानी बढ़ रहा है। रविवार को चंबल ने खतरे के निशान 122 मीटर से लगभग ढाई मीटर ऊपर चलकर 124.36 मीटर का निशान पार कर लिया है।
जागरण संवाददाता, इटावा :
जिले में शनिवार को ही खतरे का निशान पार कर चुकी चंबल नदी का जलस्तर रविवार को भी बढ़ना जारी रहा। इस समय चंबल नदी खतरे के निशान 122 मीटर से ढाई मीटर ऊपर 124.36 मीटर बहते हुए भयानक रूप में है। इससे पहले शनिवार को जलस्तर 123.32 मीटर था। लगातार बढ़ रहे पानी को लेकर नदी के आसपास रह रहे गांवों के लोग दहशत में हैं। दोपहर के बाद चंबल का पानी स्थिर हो गया है। बढ़पुरा व चकरनगर ब्लॉक में 11 गांवों में पानी घुस गया है और जनजीवन प्रभावित है। प्रशासन की ओर से राहत के इंतजाम किए जा रहे हैं। नदियों में उफान से यमुना और चंबल के किनारे सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो गई है। सदर तहसील के बसवारा, मड़ैया बढ़पुरा, मड़ैया पछायगांव, चकरनगर तहसील के हरौली, कायंछी, निवी, गढ़ाकासदा, भरेह, नीम डांडा, धर्मपुरा व चकरपुरा आदि गांव में प्रभावित हैं। एसडीएम चकरनगर इंद्रजीत सिंह ने बताया कि प्रभावित गांवों में राहत के इंतजाम किए जा रहे हैं।
दूसरी ओर नदियों में पानी बढ़ने से सहायक नदी क्वारी में तेज बहाव आने से शनिवार रात बह गए बिठौली के 13 वर्षीय बालक अंशु परिहार का भी अभी तक पता नहीं चला है। एसडीएम ने बताया कि बालक को ढूंढ़ने के लिए पीएसी जवानों को बुलाया गया है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे पानी के बीच में न जाएं। बाबा सिद्धनाथ मंदिर जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया है। चंबल नदी में पानी बढ़ने के कारण यमुना के जल स्तर में भी चार से पांच सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी हो रही है। रविवार को इसका जल स्तर 117.70 मीटर पर पहुंच गया।