Shikohabad : जीजा-साले ने की थी इटावा के भूसा कारोबारी की हत्या, भतीजी के साथ थे अवैध संबंध
एसपी ग्रामीण कुमार रणविजय ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने का दावा करते हुए कहा कि 22 नवंबर को इटावा के भरथना के गांव पाली प्रतापपुर निवासी भूसा कारोबारी सुनील कुमार की हत्या अवैध संबंधों के चलते की गई थी।
शिकोहाबाद, संवाद सहयोगी। उत्तर प्रदेश में शिकोहाबाद के सुभाष नगर में हुई भूसा कारोबारी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में मृतक की भतीजी के पति को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दो अन्य आरोपियों भतीजी की छोटी बहन और भाई को तलाश कर रही है। 22 नवंबर को उसकी घर में ही गला रेतकर हत्या कर दी गई थी।
एसपी ग्रामीण कुमार रणविजय ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने का दावा करते हुए कहा कि 22 नवंबर को इटावा के भरथना के गांव पाली प्रतापपुर निवासी भूसा कारोबारी सुनील कुमार की हत्या अवैध संबंधों के चलते की गई थी। सुनील शिकोहाबाद के सुभाष नगर में किराए के मकान में रहता था। वह एक आपराधिक किस्म का शख्स था। उसके खिलाफ करीब 12 प्राथमिकी दर्ज हैं।
यह थी हत्या की वजह
एसपी ग्रामीण ने बताया कि जांच में मृतक भूसा कारोबारी सुनील की हत्या के पीछे अवैध संबंधों की कहानी सामने आई है। उन्होंने बताया कि फुफेरे भाई की बेटी से सुनील के अवैध संबंध थे। सुनील की भतीजी पहले से शादीशुदा थी। हालांकि उसने अपने पहले पति को छोड़कर एका के आजमपुर स्लोटा यशपाल नाम के शख्स के साथ घर बसा लिया था। वह यशपाल के साथ जयपुर में रहने लगी थी।
एसपी ग्रामीण ने आगे बताया कि बड़ी भतीजी के जयपुर में यशपाल के साथ रहने के बाद भी सुनील ने उसे नहीं छोड़ा था। यही वजह थी कि वह जयपुर आता-जाता रहता था। इस पर यशपाल आपत्ति भी जताता था। इस बीच सुनील ने अपनी छोटी भतीजी से भी रिश्ते बना लिए थे। कई बार समझाने के बाद भी सुनील नहीं मान रहा था। ऐसे में यशपाल ने हत्याकांड की साजिश रच दी।
क्या हुआ था घटना वाले दिन
एसपी ग्रामीण ने हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए बताया कि घटना वाले दिन सबसे पहले छोटी भतीजी सुनील के शिकोहाबाद वाले घर पर आई थी। यहां उसने खाना पकाकर सुनील को खिलाया। इसके बाद सुनील का भतीजा और यशपाल (रिश्ते में साला-जीजा) भी घर पर पहुंच गए। सभी ने मिलकर साथ में खाना खाया फिर सुनील की गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद तीनों चाकू छोड़कर मौके से फरार हो गए थे। हत्याकांड को सुलझाने के लिए बनी पुलिस की टीम ने एटा चौराहे से आरोपी यशपाल को गिरफ्तार कर इस मामले का खुलासा किया। जबकि हत्या में शामिल सुनील की छोटी भतीजी और भतीजा अभी फरार हैं।