सैफई को नीदरलैंड बनाने के अखिलेश के अरमानों पर पानी
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मंशा थी कि सैफई में आए दिन विशिष्ट व्यक्तियों के आवागमन को देखते हुए यह जरूरी है कि सैफई को सुंदर व विकसित किया जाए।
इटावा (जागरण संवाददाता)। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गांव सैफई को सपा सरकार में नीदरलैंड की तरह विकसित करने का सपना अधूरा रह गया है। योगी सरकार ने सैफई के अर्बन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट सैफई को धन जारी करने पर रोक लगा दी है। 280 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में सीवर, वाटर लाइन, बिजली, सिंचाई व सड़क कार्य होने थे लेकिन अब सभी काम रुक गए हैं।
अर्बन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट बना था: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मंशा थी कि सैफई में आए दिन विशिष्ट व्यक्तियों के आवागमन को देखते हुए यह जरूरी है कि सैफई को सुंदर व विकसित किया जाए। इसीलिए सपा सरकार में उन्होंने अपने गांव को विकसित करने की योजना बनाई थी। इसके तहत पूरे गांव को नीदरलैंड की तर्ज पर विकसित किया जाना था। इसके लिए सैफई अर्बन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट बनाया गया था। योजना के तहत पूरे गांव में सीवर लाइनें बिछाई जानी थीं।
चौतरफा विकास होना था: पानी की व्यवस्था होनी थी। अंडर ग्राउंड बिजली की लाइनें डाली जानी थीं। सड़कों का नए सिरे से निर्माण करने के साथ पाथ-वे व साइकिल ट्रैक का निर्माण किया जाना था। जलापूर्ति योजना के अंतर्गत दो ओवरहेड टैंक भी बनाए जाने थे। इन सब कार्यों के लिए 280 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाया गया था। पूरे कार्य को करने के लिए राजकीय निर्माण निगम संस्था को लगाया गया था परंतु सपा सरकार जाने के बाद यहां पर कार्य को रोक दिया गया है।
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क्या कहते हैं जिम्मेदार: राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक पवन कुमार सिंह ने बताया, सैफई अर्बन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में इस समय धन नहीं है जिसके कारण कार्य रोक दिया गया है। जैसे ही धन उपलब्ध होगा इसका आगे का कार्य शुरू कराया जाएगा।