70 फीसद मरीज बुखार की चपेट में
जागरण संवाददाता इटावा प्रदेश सरकार ने जहां जिले के डा. बीआर आंबेडकर जिला अस्पताल में स्वास्थ्य संबंधी अनेक यूनिटें दी वहीं उनको सुचारु रूप से चालू करने के लिए संसाधन नहीं दिए। परिणाम स्वरुप
जागरण संवाददाता, इटावा : प्रदेश सरकार ने जहां जिले के डा. बीआर आंबेडकर जिला अस्पताल में स्वास्थ्य संबंधी अनेक यूनिटें दी, वहीं उनको सुचारु रूप से चालू करने के लिए संसाधन नहीं दिए। परिणाम स्वरुप मरीजों को रेफर किये जाने का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। जिला अस्पताल में इस समय 70 फीसद मरीज विभिन्न प्रकार के बुखार से पीड़ित आ रहे हैं। जिनमें कई तरह की जांचें यहां न होने के कारण मरीजों को मेडिकल कालेज सैफई के लिए रेफर किया जाता है। लैब में हर रोज आ रहे तकरीबन 300 मरीज इस समय लैब में खून जांच कराने के लिए तीन सौ से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। जिनमें 200 के करीब मरीजों में बुखार के लक्षण निकल रहे हैं। मलेरिया बुखार के साथ वायरल अधिक देखने को मिल रहा है। इनको किया गया रेफर सत्य प्रकाश निवासी जसंवतनगर को तेज बुखार की शिकायत थी, वजन भी घट रहा था, जांच की सुविधा का अभाव बता कर सैफई रेफर किया गया।
लखना निवासी राम रतन की पत्नी सुलेखा को भी बुखार होने पर रेफर कर दिया गया। राहुल कुमार कुनैरा का बच्चा बीमार हुआ, तेज बुखार देख कर ही रेफर कर दिया। सूत्र बताते हैं कि किसी भी गंभीर मरीज को देखते ही रेफर कर दिया जाता है। डा. बीआर आंबेडकर जिला अस्पताल में सीमित संसाधनों के साथ उपचार मुहैया कराया जा रहा है। जांच के लिए एक निजी कंपनी की जो लैब थी, उसका अनुबंध समाप्त होने के बाद से उसकी सेवाएं बंद करा दी गई हैं। इस समय लैब में जांच कराने वालों का तांता लगा रहता है। जिनमें बुखार के सर्वाधिक मरीज हैं। डा. एसएस भदौरिया, मुख्य चिकित्साधीक्षक जिला अस्पताल