20 सहकारी समितियां बंद, किसान यूरिया के लिए परेशान
जागरण संवाददाता इटावा जनपद में यूरिया की भारी कमी व कालाबाजारी को लेकर यूरिया की कि
जागरण संवाददाता, इटावा : जनपद में यूरिया की भारी कमी व कालाबाजारी को लेकर यूरिया की किल्लत को लेकर किसान परेशान हैं। सरकारी समितियों में यूरिया की कमी के कारण इसकी कालाबाजारी हो रही है। जिससे कई मुनाफा खोर यूरिया खाद का स्टॉक कर रहे हैं तथा किसानों को दलालों के माध्यम से महंगे दामों पर बेच रहे हैं। जिसका सीधा प्रभाव किसान की लागत मूल्य पर पड़ रहा है। ब्लॉकों में स्थापित 20 सहकारी समिति वर्षो से बंद हैं। प्रशासन भी इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।
जनपद में यूरिया के विकराल संकट पर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष उदयभान सिंह यादव ने कहा कि जनपद के ब्लॉक जसवंतनगर में साधन सहकारी समिति लिमिटेड सराय भूपत व कोकावली तथा सहकारी संघ बलरई, ब्लॉक सै़फई में किसान सेवा सहकारी समिति रहिन, बढ़पुरा ब्लॉक में साधन सहकारी समिति लिमिटेड मदायन, गढ़ायता इकदिल और ब्लॉक भरथना में किसान सेवा सहकारी समिति कंधेसी पचार, साधन सहकारी समिति तुरैया तथा ब्लॉक ताखा में किसान सेवा सहकारी समिति समथर, ब्लॉक महेवा में साधन सहकारी समिति मेंहदीपुरए, दलीप नगरए किसान सेवा सहकारी समिति लखना, निवाड़ीकलां, सहकारी संघ निवाड़ीकलां और ब्लॉक चकरनगर में साधन सहकारी समिति लि. कुंदोल करियावली, सहसों, सिडौस, गौहानी सहित 20 समिति में उर्वरक व्यवसाय नहीं हो रहा है। यह समस्या पिछले 20-22 वर्षो से चली आ रही है जबकि यहां एक दो समिति को छोड़कर सब जगह पर्याप्त भवन उपलब्ध हैं। यह सब प्रशासनिक लापरवाही और अनदेखी के कारण है।
उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि समस्या को देखते हुए बंद पड़ी सहकारी समितियों में जहां सचिव नहीं है वहां सचिवों की तैनाती की जाए और जहां भवन नहीं हैं वहां भवन किराये पर लेकर शीघ्र उर्वरक वितरण की शुरूआत कराई जाए।