शाम होते ही कायम हो जाती है कबरबिज्जू की दहशत
संवाद सहयोगी, भरथना : कस्बे में कबरबिज्जू (सीवैट कैट) के कुनबे की दस्तक से दहशत व्याप्त है। कस्बे के
संवाद सहयोगी, भरथना : कस्बे में कबरबिज्जू (सीवैट कैट) के कुनबे की दस्तक से दहशत व्याप्त है। कस्बे के आधा दर्जन स्थान कबरबिज्जूओं की शरण स्थली बना हुआ है। बीते दिन पूर्व मंत्री विनोद यादव कक्का के पालतू जर्मन शेफर्ड कुत्ते ने दो कबरबिज्जुओं को दौड़ाया तो तीसरे ने उसे हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इसके बाद से लोगों में दहशत है।
बीते 15 दिन से सूर्यास्त होते ही जवाहर रोड, स्टेशन रोड, अनवरगंज, स्टेशन तलैया, तहसीलदार का बंगला, ¨सचाई विभाग का गेस्ट हाउस आदि मार्गों पर सन्नाटा पसर जाता है। कारण सिर्फ इतना है कि जवाहर रोड स्थित पूर्व मंत्री विनोद यादव कक्का के ओम कृष्णा गार्डन (राइस मिल) से सटे खंडहर पड़ा पुराने मिडिल स्कूल की बि¨ल्डग को कबरबिज्जू के एक दर्जन परिवार के कुनबे ने अपनी शरण स्थली बना लिया है। गार्डन में विद्युत व्यवस्था देख रहे प्राइवेट विद्युत मिस्त्री विशाल, ¨चटू व नीरज ने बताया कि कबरबिज्जू का आकार बड़ी बिल्ली के समान है। उनका मुंह खूंखार कुत्ते जैसा, जबकि पूंछ लंबी होने के साथ लोमड़ी जैसी दिखती है। ज्यादातर यह जंगली जानवर जमीन के अंदर गढ़े मुर्दों को खोदकर उनका शिकार करते हैं। शिकार न मिलने व क्रोधित होने पर वह किसी भी व्यक्ति पर हमला बोल देते हैं। यह सूर्यास्त होते ही खंडहर मिडिल स्कूल के कमरों से निकल कर शिकार की तलाश में जुट जाते हैं और मार्गों पर अंधेरा फैलते ही स्टेशन की तलैया, अनवरगंज, स्टेशन रोड, कब्रिस्तान आदि स्थानों पर पहुंच कर छोटे जानवरों का शिकार करते हैं औ भोर होने से पहले अपनी शरणस्थली में कैद हो जाते हैं।