योग से निरोग, कचरे का धुंआं फुला रहा सांसें
एटा जासं। वाह! सरकारी सिस्टम की भी दाद देनी पड़ेगी। शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस था सो प्रशासनिक स्तर पर तगड़े इंतजाम भी किए गए। हजारों सफाई कर्मचारी लगाकर जिले भर में हर नगर और कस्बों के मैदान योग दिवस मनाने को इस तरह साफ सुथरे कर दिए गए मानों योग की कक्षाएं इन मैदानों में हर रोज लगेंगी। एक ओर योग से निरोग बनाने की पहल दूसरी ओर कचरे का धुआं वातावरण में दुर्गंध फैलाकर नागरिकों की सेहत खराब करने का काम करते दिखा।
एटा, जासं। वाह! सरकारी सिस्टम की भी दाद देनी पड़ेगी। शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस था, सो प्रशासनिक स्तर पर तगड़े इंतजाम भी किए गए। हजारों सफाई कर्मचारी लगाकर जिले भर में हर नगर और कस्बों के मैदान योग दिवस मनाने को इस तरह साफ सुथरे कर दिए गए, मानों योग की कक्षाएं इन मैदानों में हर रोज लगेंगी। एक ओर योग से निरोग बनाने की पहल दूसरी ओर कचरे का धुआं वातावरण में दुर्गंध फैलाकर नागरिकों की सेहत खराब करने का काम करते दिखा।
कचरे में आग लगाकर दुर्गंध फैलाने के यह कृत्य नए नहीं हैं। गलियों में भी पॉलीथिन युक्त गंदा कचरा जलाकर धुआं फैलाया जाता है। जिससे मुहल्लों मे निवास करने वाले लोगों को परेशान होना पड़ता है। शहर में शुक्रवार को योग दिवस के दिन भी उन सफाई कर्मियों का कृत्य नहीं थम सका। शहर के जीटी रोड पर एकत्र कचरे के ढेर में आग लगाकर वातावरण में धुआं फैला दिया। जो लोग योग करने के लिए घरों से जीआइसी मैदान में योग करने को निकले उन्हें सुबह की शुद्ध वायु के स्थान पर सांस के साथ दुर्गंध को फेंफड़ों तक खींचना पड़ा। वे यह भी कहते नजर आए कि प्रशासन इस पर लगाम क्यों नही लगाता? योग को जब इतनी वरीयता दी जा रही है तो व्यवस्थाएं भी शुद्ध जलवायु देने की होनी चाहिए।