बेवफा थी इसलिए सुला दिया मौत की नींद
मां-बेटा का हत्यारोपित गंधर्व बोला मेरे दोस्त ने ही घोंपा मेरी पीठ में छुरा
जासं, एटा: शहर के मुहल्ला शास्त्रीपुरम में एक सप्ताह पूर्व हुई मां और उसके मासूम बेटे की हत्या के मुख्य आरोपित को पुलिस ने कासगंज जिले से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। आरोपित ने अपना गुनाह कबूला है। उसने पुलिस को बताया कि महिला उसे धोखा दे रही थी और उसके साथ नहीं रहना चाहती थी। मैं बेवफाई बर्दाश्त नहीं कर सका और महिला और उसके बेटे की हत्या कर दी।
शारस्त्रीपुरम में वीरेंद्र सोलंकी के मकान में किराए पर गधर्व सिंह यादव महिला अंजू और उसके मासूम बेटा प्रताप के साथ रहता था। यह महिला अपने पति को छोड़कर पांच साल से उसके साथ रहती थी। 25 नवंबर की रात गंधर्व ने खाने में जहर देकर व ईटों के प्रहार से महिला व उसके बेटे प्रताप की हत्या कर दी और फरार हो गया। साथ में अपनी चार साल की बेटी किरन को भी ले गया, जिसे महिला ने ही जन्म दिया था। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। आरोपित को पुलिस ने कासगंज के गांव खेरिया से गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने गुनाह कबूलते हुए बताया कि उसका दोस्त जोगराज उर्फ जागन उसके घर आता जाता था। अंजू उसके साथ रहना चाहती थी। जोगराज अंजू से संबंध बनाना चाहता था, लेकिन वह साथ रखने को तैयार नहीं था। यह बात जोगराज ने गंधर्व को बताई। गंधर्व ने अंजू को ठिकाने लगाने के लिए जोगराज पर दबाव बनाया। इसके बाद वारदात से पहले दारू पार्टी हुई और मुर्गा बनाया गया। इसमें गंधर्व ने जोगराज के सामने ही खाने में जहर मिला दिया। गंधर्व ने पुलिस को बताया कि महिला के बेटे की हत्या इसलिए की क्योंकि वह अकेला रह जाता। जोगराज को पुलिस ने घटना वाले दिन ही पकड़ लिया था। वह जेल में है। रातभर जाल बिछाए रही पुलिस:
शहर कोतवाली पुलिस को पुख्ता सूचना मिली थी कि गंधर्व खेरिया में है तो सीओ सिटी राजकुमार व शहर कोतवाली इंस्पेक्टर एके सिंह कासगंज जिले के सिकंदरपुर वैश्य क्षेत्र में पहुंच गए। मुखबिरों का जाल बिछाया गया तब पुलिस सुबह के वक्त आरोपित को पकड़ सकी। आरोपित की बेटी को उसकी बहन को सौंप दिया गया। महिला और उसके बेटे की हत्या के मुख्य आरोपित गंधर्व को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने अपना गुनाह कबूला है, दोहरे हत्याकांड के दूसरे आरोपित को पहले ही जेल भेजा जा चुका है।
सुनील कुमार सिंह, एसएसपी