टीबी से निजात दिलाएगी 'जीत'
एटा क्षय रोग के खात्मे के लिए जिले को जीत का सहयोग मिला है। यह संस्था सरक ारों व निजी क्षेत्र में समन्वय बनाएगी।
जागरण संवाददाता, एटा: क्षय रोग के खात्मे के लिए जिले को जीत का सहयोग मिला है। यह संस्था सरकारी व निजी क्षेत्र में समन्वय बनाएगी। खास जोर निजी चिकित्सकों से मरीजों की सूचना जुटाने पर रहेगा।
पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत शहर के एक होटल में इंडियन मेडिकल एसोसियेशन की कार्यशाला का आयोजन किया गया। अध्यक्षता कर रहे सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल ने कहा कि इस महामारी का खात्मा करना हमारी प्राथमिकता में है। निजी चिकित्सकों से सूचनाएं कम मिल रही हैं, उनका भी सहयोग जरूरी है। डीटीओ डॉ. सीएल यादव ने बताया कि प्रत्येक टीबी रोगी की सीबी नैट जांच जरूरी है। जिसकी सुविधा केवल जिला क्षय रोग केंद्र में ही उपलब्ध है। लेकिन निजी चिकित्सक काफी कम मरीजों को इस जांच के लिए भेज रहे हैं। इसे बढ़ाने की जरूरत है। जिससे मरीज पर दवाओं के असर को लेकर उचित इलाज दिया जा सके।
शहर के डॉ. निर्मल जैन, डॉ. प्रदीप कुमार गुप्ता, डॉ. वीके गुप्ता, आइएमए सचिव डॉ. आशुतोष गुप्ता आदि चिकित्सकों ने कुछ समस्याएं बताते सहयोग का आश्वासन दिया। जिला कार्यक्रम समन्वयक दिलीप शर्मा ने स्क्रीन प्रजेंटेशन के माध्यम से जिले में टीबी की स्थिति की जानकारी दी। जिला पीपीएम समन्वयक आशीष पाराशरी ने बताया कि जो मरीज दवा नहीं खरीद सकते, निजी डॉक्टर हमारे अस्पताल से मुफ्त दवा प्राप्त कर उन्हें उपलब्ध करा सकते हैं। जिससे मरीज के इलाज पर असर न पड़े। जिला समन्वयक अरविद चौहान ने एमडीआर मरीजों के नए शॉर्टर रेजीमन कोर्स के बारे में जानकारी दी। जीत प्रोजेक्ट के मोहित कुमार ने अपनी संस्था द्वारा किए जा रहे कार्याे के बारे में जानकारी दी। इस दौरान आइएमए जिलाध्यक्ष डॉ. स्वतंत्र शर्मा, डॉ. श्याम सिंह शाक्य, डॉ. शैलेन्द्र जैन, डॉ. हरिओम गुप्ता, डॉ. राजेश सक्सेना, डॉ. ललित गुप्ता, डॉ. वीरेन्द्र उपाध्याय, डॉ. अभिनव दुबे, जितेंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे।