जलेसर में मतदाताओं ने रच दिया इतिहास, 66.10 फीसद मतदान
मतदाता जागरूकता अभियानों का पूरा असर बुधवार को जलेसर क्षेत्र में मतदान के दौरान नजर आया। मतदाताओं ने एक नया इतिहास रच दिया। बंपर वोटिग के दरम्यान 66.10 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
एटा, जासं। विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से हर स्तर पर चलाए गए मतदाता जागरूकता अभियानों का पूरा असर बुधवार को जलेसर क्षेत्र में मतदान के दौरान नजर आया। मतदाताओं ने एक नया इतिहास रच दिया। बंपर वोटिग के दरम्यान 66.10 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
तयशुदा प्रक्रिया के हिसाब से सुबह 7 बजे मतदान शुरू कराया गया। लेकिन ईवीएम में कनेक्शन व अन्य कमियों के चलते तमाम बूथों पर मतदान में देरी हुई। जबकि कुछ बूथों पर तो ईवीएम चालू ही नहीं हुईं। उन्हें बदलने में एक से डेढ़ घंटे तक का समय लग गया। इतनी देर में मतदाता कतारों में आकर खड़े हो चुके थे। चुनाव प्रक्रिया रुकी होने से तरह-तरह की आशंकाएं भी व्यक्त करते रहे। कुल मिलाकर सुबह से ही मतदाताओं का उत्साह मतदान केंद्रों पर नजर आ रहा था। हर किसी को वोट डालने की जल्दी थी। जिसके चलते शुरुआती तीन चक्रों के अंतर्गत छह घंटों में जमकर वोट बरसे। दोपहर 1 बजे तक ही 44.25 फीसद मतदान हो गया। इसके बाद मतदान की रफ्तार कुछ मंद हो गई। मतदान समाप्ति तक शेष पांच घंटों में 21.85 फीसद वोट पड़े। गुरुवार को हुए मतदान ने पिछली लोकसभा और विधानसभा के मतदान को पीछे छोड़ दिया। 2014 लोस चुनाव में 58.54 और 2017 के विस चुनाव में 65.84 फीसद वोट पड़े थे।
सुहाने मौसम ने दी मतदान को मजबूती
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अच्छी वोटिग के पीछे मतदाताओं की जागरूकता के साथ ही सुहाना मौसम भी महत्वपूर्ण रहा। दो दिन से हल्की बूंदाबांदी और बादलों से जो मौसम ठंडा हुआ, उसका असर गुरुवार को भी था। हवाओं में ठंडक थी और आसमान में रह-रहकर बादल छा रहे थे। बीच-बीच में धूप निकली भी तो उसमें बहुत तल्खी नहीं थी। जिसके चलते मतदाताओं को घर से बाहर निकलने और कतार में लगने में किसी तरह की दिक्कत महसूस नहीं हुई।
ऐसे बढ़ा मतदान का फीसद
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समय मतदान फीसद
9 बजे 15.80
11 बजे 29.90
01 बजे 44.25
03 बजे 57.28
05 बजे 62.07
06 बजे 66.10 (मतदान समाप्त)