दो लोगों को जांच में मिला डेंगू, दौड़ी टीम
टाइफाइड वायरल मलेरिया के बाद अब डेंगू ने भी हमला बोल दिया। सोमवार को दो लोगों की जांच में डेंगू पाया गया। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के अफसर भी चितित हो गए। जांच और फॉगिग को टीम भेजी गई। गांव में पांच अन्य लोगों को बुखार मिला। जांच के लिए इनके रक्त नमूनों की स्लाइड बनाई गई हैं।
एटा, जागरण संवाददाता: टाइफाइड, वायरल, मलेरिया के बाद अब डेंगू ने भी हमला बोल दिया। सोमवार को दो लोगों की जांच में डेंगू पाया गया। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के अफसर भी चितित हो गए। जांच और फॉगिग को टीम भेजी गई। गांव में पांच अन्य लोगों को बुखार मिला। जांच के लिए इनके रक्त नमूनों की स्लाइड बनाई गई हैं।
जिला अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में सोमवार को शहर के शांतिनगर निवासी लोकेंद्र (30) को डेंगू पॉजिटिव घोषित किया गया। जिसके बाद परिजन उन्हें इलाज के लिए एक निजी चिकित्सक के यहां ले गए। जबकि गांव उज्जैपुर निवासी नरेंद्र (40) को एक प्राइवेट लैब पर डेंगू बताया गया। परिजन इलाज के लिए उन्हें आगरा लेकर गए हैं। डेंगू की पुष्टि पर स्वास्थ्य विभाग ने गांव उज्जैपुर में डॉ. विशाल सक्सेना के नेतृत्व में टीम भेजी। वहां नरेंद्र की पत्नी, दो बच्चे सहित आसपास के दो और लोगों को बुखार मिला। हालांकि डॉ. विशाल के मुताबिक किसी में डेंगू के लक्षण नहीं थे। मलेरिया की जांच कराने के लिए सबके रक्त नमूने लेकर स्लाइड बनाई गई हैं। इसके अलावा गांव में एहतियातन फॉगिग कराई गई। बढ़ा डेंगू-मलेरिया का खतरा
अभी तक तेज धूप से सूखे और गर्म मौसम के चलते मच्छरों की संख्या कम थी। ऐसे में डेंगू और मलेरिया के मामले में भी तुलनात्मक रूप से कम ही सामने आ रहे थे। लेकिन शुक्रवार और शनिवार को हुई बरसात से मौसम में नमी बढ़ी है और जगह-जगह जलभराव हो गया है। जहां मच्छरों के लार्वा का ठिकाना बन गया है। वहीं, तापमान में भी कमी आने से मौसम मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल बन गया है। हजार से ऊपर पहुंची टेस्टिग की संख्या
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मौसम में हुए बदलाव का असर सोमवार को जिला अस्पताल में भी नजर आया। यहां नए-पुराने मरीजों की संख्या दो हजार से ऊपर पहुंच गई। विभिन्न बीमारियों की पहचान के लिए 1250 टेस्ट कराए गए। सुबह से दोपहर तक पैथोलॉजी लैब के बाहर मरीजों की भीड़ बनी रही।