इंतजार खत्म: आज से कोरोना के खात्मे को वैक्सीन का वार
जिला अस्पताल जलेसर व अलीगंज सीएचसी पर टीकाकरण होगा शुरू हर केंद्र पर 100-100 चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाएगी पहली डोज
जासं, एटा: इंतजार खत्म हो गया है। शनिवार से कोरोना के खात्मे के लिए वैक्सीन का वार शुरू कर दिया जाएगा। पहले दिन तीन अस्पतालों में 300 लोगों को टीके की पहली डोज दी जाएगी।
पहले चरण में चिकित्सकों और चिकित्सा व स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े कर्मचारियों को टीके लगाए जाने हैं। सरकारी और निजी क्षेत्र के ऐसे 5201 लोगों का ब्योरा तैयार किया गया है। जबकि टीकाकरण के लिए 10 अस्पतालों के 20 स्थान तय किए गए हैं। हालांकि पहले दिन शनिवार को केवल तीन स्थानों से शुरुआत की जाएगी। जिला अस्पताल के अलावा जलेसर और अलीगंज सीएचसी पर 100-100 लोगों को बुलाकर टीके लगाए जाएंगे। गुरुवार रात 6330 डोज भेजी जा चुकी हैं। शुक्रवार को पुलिस बल के साथ तीन वाहनों के जरिए सभी अस्पतालों की कोल्ड चेन में वैक्सीन भेजी गई। वहां भी दो-दो पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। जिला अस्पताल में टीवी स्क्रीन के माध्यम से पीएम मोदी का संबोधन भी दिखाया जाएगा। पूरी तरह सुरक्षित है वैक्सीन: सीएमओ:
सभी अस्पतालों के लिए कोरोना वैक्सीन भेजने के बाद अभियान की जानकारी देते हुए सीएमओ डा. अरविद कुमार गर्ग ने बताया कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। स्वास्थ्य मंत्रालय, वैज्ञानिकों और सरकार ने पूरी जांच-परख के बाद ही इसे स्वीकृति दी है। सभी भारतीयों के लिए यह गर्व की बात है कि हमारी दो कंपनियों ने इतनी जल्दी वैक्सीन तैयार की है। नोडल अधिकारी डा. अशोक कुमार, डीआइओ डा. राम सिंह, जिला अस्पताल के सीएमएस डा. राजेश अग्रवाल, यूनिसेफ के डीएमसी आलोक वर्मा आदि मौजूद रहे।
सबसे पहले लगवाऊंगा वैक्सीन: डा. शैलेंद्र जैन
शहर के वरिष्ठ फिजीशियन डा. शैलेंद्र जैन वैक्सीन को देश और देशवासियों के लिए सुनहरा अवसर बता रहे हैं। उनका कहना है कि भारत ने दिखा दिया है कि वह हर क्षेत्र में कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यूं तो हर वैक्सीन को बनने में लंबा समय लगता है, लेकिन इस महामारी के लिए इतना समय नहीं है। हालांकि वैक्सीन में कोई रिस्क नहीं है, इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। यदि मुझे मौका मिले, तो सबसे पहले लगवाऊंगा।
वैक्सीन को लेकर पूरे देश में उत्साह है। यह हम लोगों के लिए खुशी की बात है कि सबसे पहले हमें ही इसे लगवाने का मौका मिल रहा है।
- डा. नकुल राना कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग के लोगों ने सबसे आगे रहकर काम किया है। यह अच्छी बात है कि उन्हें सबसे पहले सुरक्षा प्रदान की जा रही है।
- रवीश सक्सेना, स्वास्थ्य निरीक्षका हम लोग लगातार कोविड के खतरे से जूझते हुए कार्य कर रहे हैं। वैक्सीनेशन होने के बाद खतरा कम होगा तथा अधिक भरोसे के साथ कार्य करेंगे।
- आशीष पाराशरी, जिला पीपीएम समन्वयक टीबी पहले स्वास्थ्यकर्मियों को टीकाकरण का निर्णय बिल्कुल सही है। इससे एक सकारात्मक संदेश जाएगा और लोगों को किसी तरह का संशय नहीं रहेगा।
- जितेंद्र वाष्र्णेय, फार्मासिस्ट जिले में कोरोना का सफर:
सबसे पहले 19 अप्रैल को कोरोना के तीन मरीजों की पुष्टि हुई। इसके बाद संख्या बढ़ना शुरू हुई। जून के बाद इसने रफ्तार पकड़ी। हर दिन 50-60 तक केस मिलने लगे। जिससे लोगों में भय की स्थिति बनने लगी थी। नवंबर के बाद गिरावट आना शुरू हो गई। वर्तमान में एक-दो नए केस ही रोजाना मिल रहे हैं। यह जरूर दुख की बात है 30 संक्रमित लोगों की जान चली गई, लेकिन इसमें भी अधिकांश लोग अन्य रोगों से गंभीर बीमार थे। चल रहा एक कोविड अस्पताल:
कोरोना के नए मामले कम होने के बाद एक कोविड अस्पताल बंद कर दिया गया है। पहले बढ़ती संख्या के मद्देनजर बागवाला और चुरथरा स्थित सीएचसी को कोविड अस्पताल का रूप दिया गया था। इनमें से चुरथरा का अस्पताल बंद है। अब केवल बागवाला में 80 बेड का अस्पताल संचालित है। एक नजर में
5201-लोगों को पहले चरण में लगने हैं टीके
6330-मिली वैक्सीन की डोज
100-लोगों को प्रतिदिन एक अस्पताल में लगेंगे टीके
03-अस्पतालों में शनिवार को शुभारंभ
06-सदस्यों की टीमें हर टीकाकरण स्थल पर रहेंगी तैनात
10-अस्पतालों में भविष्य में होगा टीकाकरण